बागेश्वर धाम सरकार उर्फ पंडित धीरेंद्र शास्त्री, बाबा का दावा है कि इसके पास हनुमान जी का ऐसा आशीर्वाद है कि वो लोगों के बारे में सबकुछ जान लेता है। बल्कि बाबा का दावा है कि स्वयं हनुमान जी आकर उसको दूसरों के बारे में बताते हैं। बाबा के आश्रम में रोजाना हज़ारों लाखों लोग अपने दुखों को लेकर जाते हैं उनमें से चंद लोगों को बाबा का आशीर्वाद मिलता है। बाबा का कहना है कि भक्तों के बारे में हनुमान भगवान खुद उसको बताकर जाते हैं। उसके दरबार में हनुमान जी वास करते हैं।
यही बाबा धीरेंद्र शास्त्री नागपुर जाता है। वहां चमत्कारिक कार्यक्रम दिव्य दरबार का आयोजन होना था। तभी प्रख्यात एक्टिविस्ट श्याम मानव ने उसे दिव्य चमत्कार सिद्ध करने का चैलेंज दे डाला और न कर पाने की स्थिति में उस पर महाराष्ट्र में लागू ‘The Drugs & Magic Remedies’ कानून अनुसार FIR दर्ज करवा दी। जिसके बाद बाबा गिरफ्तारी से बचने के लिए कार्यक्रम छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
बता दें कि नागपुर में श्रीराम चरित्र चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आयोजन 5 जनवरी से 13 जनवरी तक किया जाना था। कार्यक्रम में बागेश्वर धाम सरकार यानि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथावाचक था। लेकिन जैसे ही श्याम मानव ने बाबा को चुनौती दी इसके बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 11 जनवरी को ही नागपुर से रवाना हो गया। इसके बाद नागपुर के मीडिया व सोशल मीडिया ने बागेश्वर धाम सरकार यानि कथित बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को भगौड़ा साबित कर दिया। वहीं आयोजकों का दावा था कि एक कैंसर अस्पताल को लेकर जरूरी बैठक थी। जिसकी वजह से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को नागपुर से कार्यक्रम पूरा किए बगैर जाना पड़ा।
बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार यानि धीरेन्द्र शास्त्री पर अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति ने राम कथा के नाम पर जादू टोने और अंधश्रद्धा फ़ैलाने का आरोप लगाया था। नागपुर पत्रकार भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने कहा कि, “दिव्य दरबार’ और ‘प्रेत दरबार’ की आड़ में जादू टोना को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही देव-धर्म के नाम पर आम लोगों को लूटने, धोखाधड़ी और शोषण भी किया जा रहा है।” समिति ने पुलिस से महाराज पर कार्रवाई करने की मांग भी की थी। वहीं समिति ने धीरेन्द्र शास्त्री को चुनौती देते हुए कहा था कि, “वह लोगों के नाम और समस्या बताते हैं। हम उनको चुनौती देते हैं कि, वह इसे साबित करें। अगर उन्होंने यह साबित कर दिया तो हम उन्हें 30 लाख रुपये देंगे, अगर नहीं कर पाए तो वह हमें तीन लाख रूपये देंगे।” इसके बाद बाबा प्रोग्राम खत्म होने से पहले ही वापस भाग खड़ा हुआ।
बता दें कि बाबा जिस चमत्कार की बात करता है इसको लेकर कई न्यूज चैनल खुलासा कर चुके हैं कि बाबा कोई चमत्कार नहीं करता बल्कि बाबा सिर्फ माइंड रीड करता है। भारत में ऐसे कई माइंड रीडर हैं जो किसी अनजान का दिमाग पढ़कर उसके बारे में वो सब बता सकते हैं जिन बातों को केवल वहीं व्यक्ति जानता हो। लेकिन ये लोग ढोंगी बाबा नहीं बनें।
ऐसी ही सोशल मीडिया पर एक लड़की है जिसका नाम सुहानी शाह है सुहानी किसी का भी दिमाग पढ़ सकती हैं अपने मन के मुताबिक काम करवा सकती हैं लेकिन उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल नहीं किया बल्कि लोगों को एंटरटेन करने का काम किया।
धीरेंद्र शास्त्री जैसे बाबा इस तरह का ढोंग करके अपनी जेबें भरने का काम करते हैं ये न केवल धर्म को बदनाम करते हैं बल्कि भारत का नाम भी खराब करते हैं।
आर्टिकल : मनीष कुमार अंकुर