
इन दिनों देश में बॉलीवुड (Bollywood) की फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ (The Kerala Story) पर जमकर विवाद चल रहा है। सत्ता धारी बीजेपी या कट्टर हिंदूवादी नेता फिल्म के समर्थन में खुलकर सामने आ गए है। वहीं कुछ विपक्ष के नेता इस फिल्म की आलोचना कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में तो फिल्म पर बैन लगा दिया गया है।

वहीं कुछ लोगों और विपक्षी नेताओं का कहना है कि फिल्म में गलत दावे किए गए हैं और इसके चलते समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
अब एक्ट्रेस स्वेता मिश्रा (Sweta Mishra) भी इस फिल्म के विवाद में कूद पड़ी हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया है जो इस फिल्म को प्रोपेगेंडा बता रहे हैं।

अभिनेत्री स्वेता मिश्रा ने हाल ही में खबर 24 एक्सप्रेस (Khabar 24 Express) के एडिटर (Editor) मनीष कुमार अंकुर (Manish Kumar Ankur) के साथ इंटरव्यू (Interview) में उन्होंने कहा कि फिल्म किसी भी धर्म या संप्रदाय के खिलाफ नहीं है। यह सत्य घटना पर आधारित हो सकती है। हिंदू हो या मुस्लिम हों इस फिल्म से सभी लड़कियों को सीख लेने की जरूरत है। स्वेता मिश्रा ने कहा कि यह फिल्म प्यार में धोखे पर बनी है, लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर किस तरह का कार्य करवाया जाता है इस फिल्म में दिखाया गया है। नशीला पदार्थ दिए जाने, ब्रेनवाश किए जाने, रेप, मानव-तस्करी, जबरदस्ती गर्भधारण करने और लोगों द्वारा बार-बार बलात्कार किए जाने के बारे में है। और जिस बच्चे को वे जन्म देते हैं, उन्हें उनसे छीन लिया जाता है और फिर उन्हें आत्मघाती हमलावर बना दिया जाता है। अब ऐसे में बच्चियों के साथ किस तरह का दुर्व्यवहार होता है यह किसी से छिपा नहीं है।
स्वेता मिश्रा ने कहा कि यह फिल्म समाज को सीख देती है, साथ ही यह फिल्म समाज को एक मैसेज देने के लिए बनी है। फिल्म पर बैन लगाना किसी भी सरकार या नेता का सही फैसला नहीं है। जिसको यह फिल्म पसंद है वो देखे, जिसे नहीं वो न देखे। फिल्म बनाने में लोगों की मेहनत लगती है, पैसा लगता है। अब ऐसे में फिल्म मेकर का, फिल्म से जुड़े लोगों का कितना नुकसान होता है यह उन्हें सोचना चाहिए। स्वेता ने कहा कि उन्होंने भी फिल्म देखी है और इस फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जो किसी भी समाज के खिलाफ हो। फिल्म आतंकवाद और कट्टरता के खिलाफ बनाई गई है। सत्य घटनाओं पर आधारित है। इस फिल्म का बहिष्कार कोई कैसे कर सकता है?
स्वेता कहती हैं कि कोई भी फिल्म सिनेमाघरों में आने से पहले सेंसर बोर्ड के पास जाती है वहां से फिल्म को उसकी कहानी और पिक्चाराइजेशन के हिसाब से सर्टिफिकेट मिलता है। अगर फिल्म में कुछ भी गलत शब्द होते हैं या कोई सीन गलत हो, किसी तरह का विवाद हो या फिल्म में कुछ गंदा हो उसे काट दिया जाता है या फिल्म को रिलीज होने से रोक दिया जाता है। लेकिन इस फिल्म में कुछ भी गलत नहीं है।
उन्होंने कहा कि वो सिर्फ इतना कहेंगी कि जिसे फिल्म देखी है वो अवश्य देखे, जिसे नहीं देखनी वो न देखे। लोग अपनी प्रतिक्रिया फिल्म देखकर भी दे सकते हैं, या नहीं भी देखकर दे सकते हैं। लेकिन किसी भी फिल्म का बहिष्कार यह तो सरासर गलत है।
बता दें कि स्वेता मिश्रा बॉलीवुड व भोजपुरी फिल्मों की जाने मानी एक्ट्रेस हैं। वे बला की खूबसूरत हैं। स्वेता की स्माइल के लोग दीवाने हैं। स्वेता बेहद शालीन और चुलबुली एक्ट्रेस हैं। सबसे बड़ी बात कि स्वेता किसी भी कंट्रोवर्सी से हमेशा बाहर रहती हैं। स्वेता सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं।

गौरतलब है कि द केरल स्टोरी केरल राज्य में कथित रूप से गायब हुई लड़कियों की कहानी है। यही वजह है कि स्वेता मिश्रा इस विवाद में कूद पड़ीं। फिल्म में दिखाया गया है कि 32 हजार लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाकर आतंकवादी संगठनों का हिस्सा बनने के लिए भेजा जाता था। फिल्म मेकर्स ने इस फिल्म को सत्य घटनाओं से प्रेरित होकर फिल्म बनाने का दावा किया है। हालांकि, फिल्म में बताए गए आंकड़ों को लेकर देश में काफी विवाद है। इस लिए फिल्म सुर्खियों में बनी हुई है और बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करने वाली फिल्म बन गई है।
Bureau Report : Entertainment Desk, Khabar 24 Express