
आज शनिवार का दिन है यानी भगवान शनि का दिन, भगवान शनि के मित्र भगवान हनुमान जी का दिन। आजके दिन शनि भगवान की पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। जो भी शनिवार के दिन शनि भगवान की पूजा पाठ करता है उसके सारे दुख, दर्द, परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शनि भगवान को न्याय का देवता कहा जाता है। शनि भगवान बेहद ही उदार प्रवृत्ति के देवता हैं। भगवान शनि की महिमा अपरंपार है। भगवान शनि अपने भक्तों के ऊपर बहुत कृपा बरसाते हैं। ये अहंकारी को रंक और रंक को राजा बना देते हैं।
शनि भगवान की साढ़े साती इंसान को बहुत कुछ सिखाकर जाती है। असल में भगवान शनि की ढैया या साढ़ेसाती जिस पर भी आती है वो उसको जीवन में मजबूत बना जाती है। भगवान शनि ऐसे व्यक्ति के ऊपर कृपा जरूर करते हैं जो अपनी की गई गलतियों से सीख लेने के बाद ढैया या साढ़ेसाती में अच्छे कर्म करने लग जाते हैं।
अतः भगवान शनि की कृपा अच्छे कर्म करने वाले, गरीबों की सेवा करने वाले, मात पिता की सेवा करने वाले, दूसरों को दुख न देने वालों के ऊपर खूब बरसती है।
भगवान शनि का यदि आप व्रत करना चाहते हैं तो व्रत रखकर या ऐसे भी इन मंत्रों का सच्चे दिल से जाप करें तो भगवान शानि ऐसे इंसान को सद्बुद्धि देते हैं। ऐसे इंसान के दुःख हर लेते हैं।
तो आइए शनि भगवान के मंत्रों का जाप करें। शनि भगवान की महिमा का वर्णन करें।
- शनि महिमा मंत्र
ऊँ शं शनैश्चराय नमः।
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।
ॐ सूर्यपुत्रो दीर्घदेहो विशालाक्षः शिवप्रियः
मंदचार प्रसन्नात्मा पीड़ां हरतु में शनिः
ॐ ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:। सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
- शनि दोष निवारण मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।।
- शनि का पौराणिक मंत्र
ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
- शनि का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः। - शनि गायत्री मंत्र
ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।
जय श्री शनि देव….🙏🙏🙏