गंगा में तैरता 5 स्टार क्रूज किराया 25000 रुपये प्रतिदिन यानी 51 दिनों के सफर के लिए लगभग 13 लाख रुपये लिए जाएंगे। अब ये 13 लाख रुपये देगा कौन? सवाल यह नहीं है.. सवाल यह है कि इस गंगा विलास लग्जरी क्रूज के लिए व्हाट्सएप और फेसबुक पर इसकी शान में आप लोग कसीदे पढ़ रहे हैं क्या आपमें से कोई इसमें सफर करना चाहेगा? तो आपका जबाव होगा हाँ अगर कोई फ्री में करवा दे तो…।
फ्री में भी कुछ मिलता है तो मेरा निजी तौर पर अनुभव है फ्री में तब मिलता है जब सामने वाला अपने फायदे के लिए आपके टिकट के पैसे चुकाए तो सब कुछ फ्री में मिलता है बस आप नहीं जान पाते कि आप बिक भी गए और आपको पता भी न चला।
अब आप सोच रहे होंगे कि मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ। आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए आपको सब समझ में आ जायेगा।
पीएम मोदी जब बुलेट ट्रेन की नींव रखने जा रहे थे तो सबका सवाल था कि इसमें सफर कौन और कितने लोग करेंगे.. इस पर पीएम मोदी का कहना था कि विजन बड़ा होना चाहिए वो लोगों के आकर्षण का कारण बन जाता है। इसके बाद लोगों के एक वर्ग ने बुलेट ट्रेन की शान में कसीदे पढ़ने शुरू कर दिए थे। वो बात अलग है कि अभी तक बुलेट ट्रेन शुरू भी नहीं हो पाई है.. अगर शुरू हो गई होती तो यह आम आदमी के बजट से बिलकुल बाहर होती। क्योंकि भारत की पहली हाई स्पीड ट्रेन तेजस का हाल क्या हो रहा है यह बताने की जरूरत नहीं है।
अब बात करते हैं गंगा विलास क्रूज की… गंगा विलास क्रूज भी गैर सरकारी क्रूज है। और यह गंगा में चलता फिरता 5 स्टार क्रूज है। ऐसा नहीं है कि भारत का यह पहला क्रूज है। इससे भी शानदार और लक्जरी क्रूज है उनका किराया भी कम है। लेकिन उन पर किसी दिन फिर बात होगी, या आप इसके लिए गूगल बाबा की भी मदद ले सकते हैं।
भारत में इन दिनों गंगा विलास लग्जरी क्रूज की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 जनवरी को वाराणसी से फ्लैग ऑफ किया है और नदियों पर तैरता यह ‘जलमहल’ 51 दिनों का सफर तय करते हुए असम स्थित डिब्रूगढ़ पहुंचेगा। लेकिन इन सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है कि गंगा विलास के टिकट का किराया 13 लाख रुपये है। जी हां, आपने सही सुना, करीब 25 हजार रुपये प्रतिदिन के किराये वाले इस रिवर क्रूज में लग्जरी और कंफर्ट का इतना ध्यान रखा गया है कि इसके लिए अगले साल तक का टिकट बुक हो चुका है। लेकिन इसकी बुककिंग अभी तक सिर्फ विदेशियों ने ही की है। विदेशियों में भी ज्यादातर राजनयिक, बिजनेसमैन या उनके सेक्रेटरी हैं। अब ऐसे में आप अंदाजे लगाने में माहिर हैं तो लगा भी लीजिए हो सकता है आपका अंदाजा बिल्कुल सही हो।
यूपी के सीएम कह रहे हैं कि इस क्रूज की 2 साल तक की बुकिंग पूरी हो चुकी है। लेकिन साथ में यह भी बताया गया कि बुकिंग केवल विदेशियों की हुई है।
बता दें कि गंगा विलास को कोलकाता बेस्ड कंपनी अंतारा लग्जरी रिवर क्रूजेज ऑपरेट कर रही है, जिसके मालिक राज सिंह हैं। पीएम मोदी ने गंगा विलास को लॉन्च करते हुए कहा है कि यह भारतीय नदियों के साथ ही यहां की सभ्यताओं को दिखाने का बड़ा जरिया बनने जा रहा है। 13 जनवरी को वाराणसी से चली यह क्रूज एक मार्च 2023 को डिब्रूगढ़ पहुंचेगी।
गंगा विलास में 3 डेक, यानी फ्लॉर हैं और इसकी पैसेंजर कैपासिटी 36 है। इस लग्जरी रिवर क्रूज में कुल 18 सूट हैं ये सभी लग्जरी एमिनिटीज हैं। यह क्रूज वाराणसी की गंगा नदी से शुरू होकर कुल 27 नदियों से गुजरते हुए असम के डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी में यात्रा को समाप्त करेगी।
13 लाख रुपये किराया और 51 दिन का सफर आप तय कीजिये कि इतना बड़ा इवेंट क्या आपके लिए था? या इस इवेंट से आपको कोई फायदा था।
एक ओर 80 करोड़ से ज्यादा गरीब लोग मोदी सरकार के फ्री राशन योजना पर पल रहे हैं वहीं दूसरी ओर अरबों रुपये के इवेंट हो रहे हैं और जो 80 करोड़ लोग मोदी सरकार की फ्री राशन योजना पर पल रहे हैं उनमें से कुछ लोग क्रूज क्रूज कर रहे हैं लेकिन वो बात अलग है कि हमें कर्ज कर्ज सुनाई पड़ रहा है।