
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनावों में कथित धांधली को लेकर बड़ा मुद्दा बना दिया है इसी को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी को करारा जबाव दिया है। उन्होंने कहा है कि जब तक राहुल गांधी चिंतन नहीं करेंगे। केवल अपने मन को झूठी बातें बोलकर अपने आप को बहलने का प्रयास करेंगे। तब तक उनकी पार्टी पुनर्जीवित नहीं हो सकती है। फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी को आत्मचिंतन करना चाहिए। अपनी पार्टी की हार का ठीकरा किसी के ऊपर भी फोड़कर ऐसे आत्मचिंतन नहीं होता है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि बार-बार मांग के बावजूद निर्वाचन आयोग की ओर से महाराष्ट्र के मतदाताओं के डेटा उपलब्ध नहीं कराने से लगता है कि कुछ न कुछ गलत है। राहुल गांधी ने कहा है कि हम उस पूरे विपक्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने महाराष्ट्र में पिछला चुनाव लड़ा था।
राहुल गांधी ने कहा था कि हम भारत के लोगों के ध्यान में महाराष्ट्र चुनावों के संबंध में सामने आई कुछ महत्वपूर्ण जानकारी लाना चाहते हैं। हमारी टीम ने मतदाता सूची और मतदान पैटर्न का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया है और हम कुछ समय से इस पर काम कर रहे हैं। दुर्भाग्य से हमें कई अनियमितताएं मिलीं।
वहीं देवेंद्र फडणवीस ने कहा, देखिए, वोटर कहां से आए, किसका नाम काटा गया, किसका जोड़ा गया। इसका सारा जवाब चुनाव आयोग ने दिया है, इसलिए अब अलग से जवाब देने की आवश्यकता नहीं है। राहुल गांधी एक प्रकार से कवर फायरिंग कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस का वजूद खत्म हो जाएगा। मैंने बार-बार कहा है कि राहुल गांधी को चिंतन करने की जरूरत है. लेकिन वे केवल झूठी बातें बोलकर अपने मन को बहलाने का प्रयास करेंगे। उन्हें हार पर चिंतन करने की जरूरत है।
फडणवीस ने सोशल मीडिया के जरिए भी राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, जब एक ही चुटकुला बार-बार सुनाया जाए, तो उस पर हंसा नहीं करते। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों पर कहा कि वे इसका विस्तार से जवाब देंगे. कुछ सवाल पहले भी आए थे, जिनका 1800 पन्नों में चुनाव आयोग ने जवाब दिया था। साफ बताया था कि वोटर कैसे बढ़ गए। कहां और कैसे वोटर जोड़े गए।
इससे राहुल गांधी ने कहा कि 5 साल में जितने मतदाता महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में जोड़े गए, उससे ज्यादा मतदाता सिर्फ 5 महीने में जोड़ दिए गए हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 से लेकर लोकसभा चुनाव 2024 के बीच महाराष्ट्र में 32 लाख मतदाता जोड़े गए। वहीं, लोकसभा चुनाव 2024 और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (5 महीने) के बीच 39 लाख मतदाता जोड़ दिए गए। मतलब, हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं जितनी आबादी महाराष्ट्र में 5 महीने में जोड़ दी गई। ऐसे में सवाल है, जोड़े गए ये मतदाता कौन हैं और कहां से आए।महाराष्ट्र की व्यस्क जनसंख्या 9.54 करोड़ है, लेकिन चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में 9.70 करोड़ मतदाता हैं। मतलब, चुनाव आयोग के मुताबिक महाराष्ट्र में जनसंख्या से ज्यादा मतदाता हैं।