
पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के यवतमाल जिले की वणी तहसील में दिपक टाकीज परिसर के पास जत्रा मैदान में गायों के कटे सिर मिलने से सनसनी फैल गई थी। साथ ही सैकड़ों गायों के अवशेष भी मिले थे जिससे वणी मे खलबली मच गई थी। लोगों का पुलिस प्रशासन के प्रति गुस्सा फूट पड़ा। घटना की जानकारी मिलते ही हजारों की संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
बता दें कि मामला पिछले हफ्ते का है।
फिलहाल वणी में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। लोगों ने पुलिस से जल्द से जल्द आरोपियों को पकडने की मांग की। हिंदुत्ववादी संघटनाओं ने मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की।
वहीं वनी शहर के बड़े भाजपा नेता और समाजसेवी विजय चौरड़िया ने भी गौवंश मिलने पर दुःख जताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं शहर में हो रही है यह चिंता का विषय है। पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस गौ माता की हम सेवा करते हैं उन्हें पूजते हैं वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो बेशर्मी से उनकी हत्या करने का गंदा कृत्य करते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

विजय चौरड़िया ने कहा कि वनी में इस तरह की घटना चौंकाने वाली है। मैं बहुत ही हैरान हूं कि ऐसा कोई कैसे कर सकता है?
बता दें कि शहर के जत्रा मैदान परिसर में दो गायों के कटे हुए सिर व सौ से ज्यादा गोवंश के अवशेष मिलने के बाद शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। गोवंश हत्या व पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए आरोपियों के प्रति नरम रुख को लेकर भाजपा नेता विजय चौरड़िया आक्रोशित हुए। उन्होंने वणी पुलिस से आरोपियों पर कठोर धाराएं लगाने की मांग की है। गोवंश हत्या की इतनी बड़ी घटना व पुलिस प्रशासन की लापरवाही को लेकर विजय चौरड़िया ने खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों पर प्रशासन कड़ा रुख नहीं अपनाता है और उन्हें सजा नहीं दिलवाता है तो हम सब बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे।
बता दें कि गोवंश हत्या के बारे में और अधिक तलाशी लेने पर झाड़ियों में बनाए गए टीन के एक शेड में सैकड़ों गोवंश के अवशेष मिले। इस संबंध में पुलिस ने मोमिनपुरा व रामपुरा वार्ड के 7 लोगों को गिरफ्तार भी किया। मगर गिरफ्तार आरोपियों पर महाराष्ट्र पशु संरक्षण अधिनियम की मामूली धाराएं लगाई गई। जिसके कारण न्यायालय ने आरोपियों को तुरंत जमानत दे दी।
राज्य में गोवंश जानवरों की तस्करी व हत्या विरोधी कानून लागू रहने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गोवंश हत्या प्रतिबन्ध कानून की धाराएं नही लगाई। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपियों पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने की धाराएं भी पुलिस ने नहीं लगाई। जिसके कारण आरोपियों को कुछ ही घंटे में जमानत मिल गई। अचंभे की बात तो यह है कि गोवंश हत्या से संबंधित अधिक जानकारी हासिल करने के लिए पुलिस ने न्यायालय से हिरासत में लिए आरोपियों की पुलिस रिमांड की मांग भी नही की गई।
वहीं वनी के भाजपा नेता व समाजसेवी विजय चौरड़िया ने कहा कि अगर पुलिस ने आरोपियों को कठोर सजा नहीं दिलवाई तो इस तरह की घटना दोबारा भी हो सकती है। इसीलिए ऐसे आरोपियों को कड़ा सबक सिखाना जरूरी है। ताकि भविष्य में गौ माता के साथ इस तरह की घटना न हो।
उन्होंने कहा कि पूरा वनी शहर इस तरह की घटना से क्षुब्ध है।
ब्यूरो रिपोर्ट : मनीष कुमार अंकुर (एसोसिएट एडिटर, खबर 24 एक्सप्रेस)