
बेंगलुरु के एक व्यवसायी को भाजपा का टिकट लेने की चाह भारी पड़ गई। दरअसल, केंद्रीय अपराध शाखा के अधिकारियों ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन लोगों ने उडुपी जिले के बिंदूर निर्वाचन क्षेत्र से एक व्यवसायी को भाजपा का टिकट दिलाने का वादा करके करोड़ों रुपये ठगे हैं। हालांकि, इस खबर में चौंकाने वाला पहलू यह है कि आरोपी महिला खुद को आरएसएस का करीबी बताती थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चैत्रा कुंडपुरा ने उद्योगपति गोविंदा बाबू से रुपये ठगने के लिए दो आरएसएस नेताओं का नाम लिया। आरोपी महिला ने बाबू से कहा कि वह आरएसएस के नेता सुरेंद्र और विश्वनाथ को अच्छे से जानती है। उनसे बात करके उन्हें भाजपा का टिकट दिला देगी। इसके लिए उसने बाबू से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये ले लिए। बाद में जब उद्योगपति को टिकट नहीं मिला तो उसने अपने रुपये वापस मांगे। इस पर महिला ने कहा कि सुरेंद्र की हिमालय में मौत हो गई। जबकि सच यह था कि ऐसा किसी नाम का कोई नेता कभी था ही नहीं।
लेकिन जब जांच हुई चैत्रा का कोई भी लिंक आरएसएस से नहीं निकला बल्कि आरोपी साध्वी ने एक कबाब बेचने वाले को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य के रूप में बाबू से मिलवाया था। लेकिन सबसे खास और दिलचस्प बात यह है कि कल रात अपनी गिरफ्तारी से पहले साध्वी उडुपी में एक मुस्लिम महिला के घर में छिपी हुई थी। जबकि चैत्रा दूसरे धर्म के खिलाफ जमकर जहर उगलती थी।
चैत्रा कुंडापुरा दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं और हिंदुत्व अनुयायियों के बीच लोकप्रिय है। नफरत भरे भाषण देने के मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं। पुलिस ने कहा कि दोनों से पूछताछ की जा रही है और उन्हें बंगलूरू ले जाकर अदालत में पेश किया जाएगा।
Bureau Report : FRK Khan, Bengaluru