इस माघी पूर्णिमा सम्बन्धित व्रत ज्ञान बता रहें है,स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
26 फरवरी को चतुर्दशी की दोपहर 3;49 बजे से प्रारम्भ होकर को 27 फरवरी को दोपहर 1;46 बजे तक माघी पूर्णिमा है।ओर फिर 28 फरवरी से शुरू हो रहा है फाल्गुन माह।यो ये माघ मास की अंतिम पूर्णिमा होने से माघी पूर्णिमा कही जाती है। यह माघ मास का अंतिम दिन है और इसके बाद से फाल्गुन का महीना शुरू हो जाएगा।
माघ पूर्णिमा आरंभ:-
26 फरवरी 2021 दिन शुक्रवार को शाम 03 बजकर 49 मिनट से प्रारम्भ होगी।
माघ पूर्णिमा समाप्त:- ओर 27 फरवरी 2021 दिन शनिवार दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी।
क्या विधि करें:-
आज चतुर्दशी की दोपहर से देवी पूर्णिमा के सामने या पूजाघर में घी या तिल के तेल की अखण्ड ज्योत जलाकर कल दोपहर तक पूरा होने दे,आज शाम ओर कल प्रातः खीर बनाकर उसका भोग देवी पूर्णिमा को लगाकर फिर स्वयं ओर परिजनों को दें।ये रात्रि व्रत है,यो रात का भोजन नहीं करना होता है।चंद्रमा को गंगा जल दूध मीठे का मिला हुआ अर्ध्य दिया जाता है और यदि सम्भव हो तो रात्रि भर जागरण करते हुए अधिक से अधिक अपने इष्ट व गुरु मन्त्र ओर चालीसा स्त्रोतपाठो का
जप तप करतेहुए व्रत समाप्ति पर जो बने अधिक धन व अन्न वस्त्र का दान करें और अधिक सी खीर बनाकर कुत्तों को खाने को दें,कल्याणम भव।
जय सत्य ॐ सिद्धायै नमः
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
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