भारतीय रेल कितनी दयनीय स्थिति में है आये ये दिन हो रहे रेल हादसों से ही पता चल जाता है। भारतीय रेल आये दिन हादसों का शिकार होती जा रही है। जिसमें सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा देते हैं।
लेकिन रेल प्रशासन हाथ मलता रह जाता है और कुछ नहीं कर पाता है।
उत्तर प्रदेश में एक बार फि रेल हादसा हुआ। यह हादसा चित्रकूट में हुआ है। पटना जा रही ट्रेन नंबर 12741 वास्कोडिगामा एक्सप्रेस मानिकपुर स्टेशन पर हादसे का शिकार हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। इंजन के बिल्कुल पीछे का डिब्बा हादसे की शिकार हुआ है। घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मु्ताबिक घायलों को डायल 100 की गाडियों से अस्पताल पहुंचाया गया। घटना स्थल पर राहत एवं कार्य तेजी से जारी है।
हादसे में मरने वालों के परिजनों को रेलवे ने 5-5 लाख की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। साथ ही गंभीर रूप से घायलों को एक लाख और मामूल रूम से घायलों को 50-50 हजार रूपए का मुआवजा दिया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हादसे पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।
रेलवे ने भी तीन लोगों की मौत की पुष्टि कर दी है। रेलवे प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल घटना पर नजर बनाए हुए हैं। वास्कोडिगामा एक्सप्रेस को सात बोगियों के साथ पटना की ओर रवाना कर दिया गया है। फिलहाल दो मेडिकल रिलीफ ट्रेन दुर्घटना स्थल पर पहुंच चुकी हैं। शुरुआती छानबीन में बताया जा रहा है कि रेल हादसा पटरी के क्षति ग्रस्त होने से हुआ है।
दुर्घटना के बाद रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। जबलपुर 0761-2677746, कटनी-07622-297468, सतना 07672-228510, सिहोरा 07624-230339 पर फोन कर घायलों और घटना को लेकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
जानकारी के मुताबिक तीन मृतकों में बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले एक बच्चा और उसका पिता है। जबकि तीसरे की पहचान नहीं हो पाई है। कुल 13 लोग घायल है, दो को चित्रकूट के जिला अस्पताल रेफर किये गये हैं। जबकि बाकी स्थानीय अस्पताल में है। ट्रेन से सभी यात्रियों को निकाल लिया गया है।
रेलवे के पीआरओ अनिल सक्सेना ने बताया, वास्कोडिगामा से पटना जा रही वास्कोडिगामा एक्सप्रेस सुबह चार बजकर बाइस मिनट पर उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में मानिकपुर स्टेशन से गुजर रही थी तब इसके 13 डिब्बे पटली से उतर गए। अभी इसमें किसी भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है। रेलवे की टीम के साथ कानपुर एटीएस की टीम हादसे की जांच करेगी और वजह का पता लगाएगी।