पीएम मोदी इस वक़्त केदारनाथ में हैं और वहां भी उन्होंने सम्बोधन किया। पीएम मोदी हैं कि जहाँ भी मौका मिलता है वो वहां चूकते नहीं हैं। पीएम मोदी केदारनाथ में आयी आपदा के ऊपर बोल रहे थे। लेकिन पीएम मोदी से यहाँ बोलने में कुछ चूक हो गयी। बात-बात पर कांग्रेस को कोसने वाले पीएम यहाँ पर भी कांग्रेस को कोस रहे थे और आपदा का जिम्मेदार भी कांग्रेस को बता रहे थे। बात सही है कि इस आपदा में लगभग 50000 लोग मारे गए थे लेकिन राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को जो आंकड़े दिए वो महज़ 5000 लोगों के थे। उस वक़्त उत्तराखंड के साथ-साथ केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार थी। केंद्र ने आपदा के समय राज्य सरकार से आग्रह किया था लेकिन तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा ने कहा कि राज्य इस आपदा से निपटने में सक्षम है।
उस वक़्त विजय बहुगुणा ने प्रदेश के लिए जो किया उसको लेकर विपक्ष के साथ-साथ कांग्रेस के तमाम नेताओं ने सीएम विजय बहुगुणा की आलोचना की थी।
विजय बहुगुणा पर आपदा से निपटने में कई अनिमियताओं के आरोप लगे। बहुगुणा ने मौसम विभाग और केंद्र सरकार की चेतवानी को दरकिनार किया और कोई ठोस कदम नहीं उठाये जिसकी वजह से हज़ारों लोग इस आपदा का शिकार हो गए।
हम वैसे तो बात बहुत पुरानी कर रहे हैं लेकिन इतनी भी पुरानी नहीं है आज भी उस आपदा के निशान केदारनाथ या उसके आस पास के इलाकों में मिल जायेंगे। आज पीएम केदारनाथ में हैं और वो इस बात को छेड़ बैठे हैं लेकिन वो बोलते वक़्त ये भूल गए कि उस वक़्त जिसकी वजह से इतने लोग मारे गए वो व्यक्ति आज उनकी पार्टी का नेता है यानि विजय बहुगुणा की कुर्सी जैसे ही कांग्रेस ने छीनी बहुगुणा नाराज होकर भाजपा में चले गए और भाजपा ने भी बहुगुणा का दिल से स्वागत किया।
अब ऐसे में बाबा केदारनाथ के दर्शन करते वक़्त पीएम ऐसे बोलेंगे किसी को आशा नहीं थी। कम से कम ऐसे व्यक्ति को अपनी पार्टी में शामिल करते वक़्त ये तो याद रखना था कि जिसकी वजह से इतने लोग इस आपदा का शिकार बनें वो उन्हीं की पार्टी का नेता है।
खैर आपको बता दें कि पीएम ने केदारनाथ में क्या कहा ;-
पीएम मोदी ने आज यहाँ एक जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब 2013 में आपदा आई थी, मैं अपने आपको रोक नहीं पाया और यहां चला आया था। उस समय मैं पीएम नहीं, गुजरात का सीएम था। मैंने तत्कालीन राज्य सरकार से पुनर्निर्माण कार्यों की पेशकश की थी। जिसे ठुकरा दिया गया। लेकिन बाबा ने तय किया था कि यह काम मुझे ही करना है। पीएम मोदी ने प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों का जिक्र किया और पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी दी। यहां पीएम ने 5 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
पीएम ने ‘जय जय केदार’ के उद्घोष के साथ अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने स्थानीय भाषा में लोगों से नमस्कार किया। मोदी ने कहा कि बाबा ने फिर एक बार मुझे बुला लिया। आज कुछ पुराने लोग मिले और उन्होंने बीती घटनाओं का जिक्र किया। पहले मैं यहां ज्यादा समय तक रुक नहीं पाया पर शायद बाबा ने तय किया होगा कि मुझे 125 करोड़ लोगों की सेवा करनी है। पीएम ने कहा, ‘बाबा के दर्शन कर आज मैं दृढ़ संकल्प होकर 2022 तक नया भारत बनाने के लिए काम करूंगा। मुझे उम्मीद है कि बाबा के आशीर्वाद से हर हिन्दुस्तानी इस काम में जी जान से जुटेगा।’