बाप बेटे की जंग के बीच बेटा आखिर अपने पिता के चरणों में पहुँचा और मुलाकात की। हम बात कर रहे हैं यूपी की राजनीति की। समाजवादी पार्टी की जहां अखिलेश और मुलायम सिंह यादव में घमासान जोरों पर था।
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज सपा संस्थापक मुलायम सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की और आशीर्वाद भी लिया।
अखिलेश उन्हें पांच अक्तूबर को आगरा में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन का निमंत्रण देने पहुंचे। इस दौरान करीब आधे घंटे तक दोनों में बात हुई। लेकिन शिवपाल यादव के नाम पर इस मुलाकात में भी सहमति नहीं बनी।
आपको बता दें कि शिवपाल यादव नई पार्टी बनाना चाहते हैं जिसका मुखिया वो मुलायम सिंह यादव को रखना चाह रहे हैं। लेकिन मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खंडन कर दिया कि वो किसी नई पार्टी का ऐलान नहीं कर रहे हैं। मुलायम सिंह ने स्पष्ट कह दिया था कि वह कोई नई पार्टी नहीं बनाएंगे और सपा के साथ ही रहेंगे।
मुलायम के इस फैसले पर अखिलेश यादव ने खुशी जताते हुए “नेता जी जिंदाबाद समाजवादी पार्टी जिंदाबाद’
” ट्वीट कर खुशी जताई थी। इस घटनाक्रम के बाद से ही मुलायम और अखिलेश के एक बार फिर साथ होने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक अखिलेश और मुलायम के घर करीब होने के बाद भी दोनों का करीब तीन महीने से एक दूसरे के घर आना जाना नहीं था।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में लगी समाजवादी पार्टी के लिए यह मुलाकात काफी अहम साबित होगी। वहीं दूसरी ओर मुलायम के रुख से हाशिये पर गए शिवपाल सिंह नई पार्टी का ऐलान 12 तक कर सकते हैं।