आफत की बारिश से मुम्बई पानी पानी हो गयी है जहां देखों वहाँ पानी। रेलवे ट्रैक से लेकर सड़कें बारिश के पानी से लबालब भरी पड़ी हैं।
मुम्बई में लगातार बारिश हो रही है। सड़कों पर जलभराव से लोगों को आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मुंबई और थाणे समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश जारी है। इसकी वजह से महाराष्ट्र के हिंदमाता में वॉटर लॉगिंग की वजह से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। मुंबई में हो रही भारी बारिश के बाद महाराष्ट्र सरकार ने आदेश जारी कर सभी कार्यालयों के कर्मचारियों को एहतियातन घर जाने को कहा है।
बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भारी बारिश की वजह से सिग्नल फेल हो गया, जिससे 15 मिनट तक लोकल ट्रेनें प्रभावित रहीं। भारी बारिश की वजह से मुंबई में हाई टाइड और पूरे महाराष्ट्र में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं उत्तरी कोंकन क्षेत्र को विशेष तौर पर हाई अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। पुणे से दो टीमों को मुंबई भेजा गया है।
मौसम वैज्ञानिक मानते हैं कि 26 जुलाई 2015 के बाद से मुंबई में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति ने मुंबई की कमर तोड़ दी है। सड़कों पर ट्रैफिक जाम और कारों की लंबी कतारों ने इंडस्ट्रियल कैपिटल को रेंगने पर मजबूर कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि अगले 48 घंटे तक सामान्य बारिश के आसार हैं जबकि 24 घंटे तक भारी बारिश जारी रहेगी।
मुंबई में शाम 4.35 पर 3.32 मीटर की ऊंची लहरों की संभावना है। 27 अगस्त को मुंबई 60 मिलीमीटर तक भारी बारिश का गवाह बना। स्काईमेट वेदर के मुताबिक पिछले दिन इस क्षेत्र में 2 से तीन डिजिट तक भारी बारिश रिकॉर्ड की गई।
सोमवार की सुबह 8.30 बजे कोलाबा में सबसे ज्यादा 152 MM बारिश दर्ज की गई। वहीं सांताक्रूज में 152MM और अलीबाग में 161 MM बारिश दर्ज की गई। ये भारी बारिश मारठवाड़ा के क्षेत्र में चक्रवाती मानसून की वजह से हो रही है।