दिल्ली पुलिस ने महिलाओं के एक ऐसे गैंग को पकड़ा है जो एक ऐसे गंदे काम को अंजाम दे रहा था जिससे कि लोगों का जीना मुहाल हो गया था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये महिलाएँ काफी संख्या में ग्रुप बनाकर लोगों को लूटने का काम करती थीं।
रोहिणी जिले के समयपुर बादली इलाके में सोमवार तड़के चोरनी गैंग की 13 महिलाएं रंगे हाथ पकड़ी गईं। महिलाएं वारदात करने के लिए सिरसपुर गांव के एक जनरल स्टोर को टारगेट करने पहुंची थीं।
पुलिस का कहना है कि दिल्ली में करीब 60 से 100 के बीच महिलाओं का ‘चोरनी गैंग’ ऐक्टिव है। अक्सर रात को वे एक ठिकाने पर इकट्ठा होती हैं। वहां से कई ग्रुप में बंटकर पहले से सेट ऑटो वाले अलग-अलग एरिया में ले जाते हैं।
रोहिणी जिले में आंख-कान स्कीम के तहत पब्लिक की मदद से ‘चोरनी गैंग’ का पर्दाफाश हुआ। समयपुर बादली पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ चल रही है। महिलाओं के कब्जे से एक बोरी में रखे हुए कुछ औजार मिले हैं, जो दुकानों के शटर तोड़ने-मोड़ने के काम आते हैं।
डीसीपी ऋषिपाल सिंह के मुताबिक, समयपुर बादली एसएचओ अनिल समोटा, एसआई सुरेश और उनकी टीम की मुस्तैदी से गैंग का पता चला। पिछले काफी समय से चोरी की वारदात के बारे में शिकायत मिल रही थी। जांच में सभी चोरियां एक ही तर्ज पर अंजाम दी गई थीं। एक-दो जगह सीसीटीवी फुटेज मिले, जहां कुछ महिलाओं के झुंड को देखा गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों को सतर्क करते हुए निगरानी के लिए कहा। रात के वक्त कुछ हिस्सों में पहरेदारी भी बढ़ाई गई। इसी बीच, सोमवार 4 बजे कुछ लोगों ने देखा कि एक जनरल स्टोर के शटर को कुछ महिलाएं तोड़ने में लगी हैं। कुछ ही दूरी पर एक ऑटो खड़ा था। लोगों ने सबसे पहले उसे पकड़ लिया। इसी बीच कॉल मिलते ही पुलिस पहुंच गई।
13 महिलाओं को महिला पुलिस ने पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि सभी महिलाएं भलस्वा डेरी एरिया के कलंदर कॉलोनी की रहने वाली हैं। वे परिवार के साथ रहती हैं। उन्होंने इस काम में अपने बच्चों को भी ट्रेंड कर दिया है। भलस्वा में आए दिन 60 से 70 महिलाएं जमा होती हैं। वहां से ऑटो के जरिए दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाती हैं। इससे पहले वे ग्राहक या कूड़ा बीनने के बहाने दुकानों की रेकी कर लेती हैं।