भारतीय सिनेमा का एक ऐसा दौर आया था जब हिंदी फिल्मों में गाने एहम रोल अदा किया करते थे। अगर साल 2000 से 2005 तक की बात करें तो उस वक़्त एक्शन रोमांस और म्यूजिक इन तीनों का तड़का लगना लाजमी था। लेकिन उस वक़्त के दौर में रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा फ़िल्म बनाना या उसके बारे में सोचना एक चुनौती जैसा था।
साल 1990 से 2000 के बीच आयी “फूल और कांटे” या बात करें “बाजीगर” “दीवाना” “साजन” ऐसी कई फिल्में थी जिनका बड़ा बजट, बड़ा बैनर ,बड़े स्टार और म्यूजिक के साथ-साथ एक्शन रोमांस और ड्रामा इन तीनों का तड़का लगता था तब जाकर फ़िल्म आगे सरकती थी।
लेकिन साल 2006 में आयी फ़िल्म “चाँद के पार चलो” ने फिल्मी पर्दे पर एक नए ट्रेंड को चलाया। फ़िल्म आने से पहले फिल्मी पंडितों ने इसको “फिल्मी आत्महत्या” बताया। लेकिन इस फ़िल्म के डायरेक्टर मुस्तफ़ा इंजीनियर अपनी धुन के पक्के निकले ना बड़ा बजट ना बड़ा बैनर और उन्होंने ऐसी फिल्म का निर्माण कर डाला जो आजतक लोगों की जुबान पर है। साल 2006 में आयी “चाँद के पार चलो” एक बेहतरीन फ़िल्म ही नहीं बल्कि बेहतरीन म्यूजिकल लव स्टोरी साबित हुई।
इसी तरह की एक फ़िल्म साल 2013 में आयी मुकेश भट्ट की आशिक़ी 2″
“आशिक़ी 2” बिलकुल “चाँद के पार चलो” जैसी म्यूजिकल लव स्टोर साबित हुई और इसकी स्टोरी भी लगभग वैसी ही थी। लेकिन इस बात को मुकेश भट्ट ने सिरे से खारिज़ कर दिया था कि उनकी फिल्म “आशिक़ी 2” “चाँद के पार चलो” जैसी है या उसकी नकल है।
खैर ये तो अलग बात हुई लेकिन अब “चाँद के पार चलो” को बनाने वाले डायरेक्टर मुस्तफ़ा इंजीनियर एक जबरदस्त म्यूजिकल लव स्टोरी लेकर आ रहे हैं। इस फ़िल्म की सबसे बड़ी खासियत होगी इसका म्यूजिक।
इस फ़िल्म का म्यूजिक आजकल की फिल्मों से बिलकुल अलग होगा। इस फ़िल्म में म्यूजिक “विष्णु नारायण” का और गीत “ऋषि आज़ाद” के होंगे। आपको बता दें कि ये वही टीम हैं जिन्होंने “चाँद के पार चलो” का सुपरहिट संगीत दिया था।
इस फ़िल्म की स्टारकास्ट भी जबरदस्त होगी कुछ नए चेहरों के साथ-साथ पुराने चेहरे भी इस फ़िल्म में होंगे। इस फ़िल्म की हिरोइन अच्छी एक्टर के साथ-साथ बहुत खूबसूरत भी होगी। मुस्तफ़ा इंजीनियर के मुताबिक स्टारकास्ट और फ़िल्म के नाम की घोषणा जल्द कर दी जाएगी।
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Khabar 24 Express
Good graet