राहुल गांधी पर सत्तापक्ष जबरदस्त हमलावर है। और हमले की वजह राहुल गांधी का लंदन में जाकर इंटरव्यू देना है। करीब 2 हफ्ते पहले राहुल गांधी ने लंदन में दिए इंटरव्यू में मोदी सरकार के ऊपर हमला बोला था। राहुल गांधी ने कहा था कि सदन में विपक्ष का माइक बंद कर दिया जाता है, विपक्ष को किसी भी मुद्दे पर बोलने नहीं दिया जाता है। अब इसको लेकर भाजपा ने जबरदस्त विरोध जताया। भाजपा व मोदी सरकार राहुल गांधी पर हमलावर नजर आई। इतना ही नहीं संसद में भाजपा ने राहुल गांधी से माफी की मांग तक कर डाली। भाजपा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने भारत का नाम विश्व में बदनाम कर दिया है।
लेकिन भाजपा अपने ऊपर लग रहे उन आरोपों से बचती दिखी जिसमें विपक्ष ने कहा कि पीएम ने अमेरिका में जाकर पिछली सरकारों को बदनाम किया। भारत को भ्रष्ट राजनीति का अड्डा बताया था। तत्कालीन मनमोहन सरकार हो या पिछली और सरकारें उन्होंने सभी को भ्रष्ट बताया था। यहां तक कि वो हर देश के मीडिया से जाकर कहते रहे कि भारत में 70 सालों में कुछ नहीं हुआ सिवाय भ्रष्टाचार के? तो क्या यह भारत की बदनामी नहीं थी?
विपक्ष ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सब कुछ पब्लिक डोमेन में है फिर भाजपा या मोदी सरकार इतना हल्ला क्यों कर रही हैं? क्या इससे भारत की बदनामी नहीं होती है?
वहीं वरिष्ठ पत्रकार व मुख्य संपादक एसएन विनोद ने भी मोदी सरकार के विरोध पर अपने फेसबुक, व ट्विटर पोस्ट पर पीएम मोदी की पाकिस्तान यात्रा के बारे में लिखा है।
लंदन में राहुल के बयान को भारत का अपमान निरुपित कर रही है भाजपा।
अब लोग पूछ रहे हैं कि तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधान मंत्री नवाज शरीफ के जन्मदिन पर, बिन बुलाए केक काटने लाहौर पहुंच प्रधान मंत्री मोदी ने देश का मान बढ़ाया था क्या?
मोदी के उस आचरण से तब निश्चय ही पूरे भारत का अपमान हुआ था।भारतवासी शर्मिंदा हुए थे।