जोशीमठ में इन दिनों हालात बद से बद्दतर होते जा रहे हैं। जमीन के फटने से एक ओर वहां के लोगों में दहशत का माहौल है तो जोशीमठ को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।
कांग्रेस भाजपा सरकार को घेरने में बिल्कुल भी पीछे नहीं हट रही है तो वहीं भाजपा भी पूरे दम खम के साथ कांग्रेस के सवालों का जबाव दे रही है। इसी बीच पौड़ी गढ़वाल के सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी मोर्चा संभाल लिया है। तीरथ सिंह रावत ने 3 दिन पहले जोशीमठ का दौरा किया साथ ही स्थानीय लोगों का दर्द भी जाना।
बता दें कि तीरथ सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल से भाजपा सांसद हैं और वे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। जोशीमठ उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में आता है। जैसे ही इस आपदा का पता उन्हें चला उन्होंने उच्चाधिकारियों से बातचीत शुरू कर दी। तीरथ सिंह रावत ने पीड़ित लोगों से कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व राज्य की भाजपा सरकार आपके हितों की रक्षा करेगी और हर संभव मदद दी जाएगी।
बता दें कि तीरथ सिंह रावत ने घर घर जाकर लोगों के दुःख को जाना उनकी पीड़ा को महसूस किया। उन्होंने लोगों से कहा कि जल्द ही हालात पर काबू पा लिया जाएगा और जो भी नुकसान आप लोगों का हुआ है उसकी भरपाई करने की हर मुमकिन कोशिश की जाएगी।
आपको बता दें कि तीरथ सिंह रावत के दौरे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू-धंसाव क्षेत्रों के प्रभावितों को बाजार दर पर मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही भू-धंसाव की जद में आ रहे भवन अभी नहीं तोड़े जाएंगे। बहुत जरूरी हुआ तो यह काम प्रभावितों की मंजूरी के बाद किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजार दर सभी हितधारकों के सुझाव लेकर तय की जाएगी। तात्कालिक तौर पर प्रति परिवार 1.50 लाख रुपये की अंतरिम सहायता दी जा रही है। इसके लिए करीब तीन हजार प्रभावित परिवारों के लिए 45 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रभावित लेगों के स्थायी विस्थापन की नीति तैयार होने से पहले एक लाख रुपये की अग्रिम धनराशि दी गई है। इसके अलावा सामान ढुलाई और अन्य जरूरतों के लिए एकमुश्त विशेष ग्रांट के रूप में 50 हजार रुपये दिए गए हैं। यह धनराशि उत्तराखंड राज्य आपदा प्राधिकरण की ओर से जारी की गई।
प्रभावित क्षेत्र में कुल खर्चे का पूरा आकलन कर सहायता राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं जोशीमठ प्रभावित क्षेत्र की सभी व्यवस्थाओं की अधिकारियों से नियमित रिपोर्ट ले रहे हैं। उन्होंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी हर समस्या का शीघ्रता से निदान किया जाए।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बे मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से जिन परिवारों को शिफ्ट कराया जा रहा है, उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जाए कि यह पूरे देश के लिए नजीर बने।
जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र में शासन के उच्चाधिकारी क्षेत्र में प्रभावितों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम मौके पर प्रशासन के अधिकारियों के साथ सभी व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। जोशीमठ के भू-स्खलन एवं भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र में भूगर्भीय और अन्य आवश्यक जांचें संबंधित संस्थाओं की ओर की जा रही हैं। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की टीम भी मौके पर मौजूद है।
वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। रावत ने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों के लिए स्थायी पुनर्वास की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिए प्रशासन सर्वेक्षण करा रहा है। उन्होंने बताया कि स्थायी पुनर्वास के लिए गौचर, पीपलकोटी सहित अन्य स्थानों के चयन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस सिलसिले में एक दल का गठन भी किया है जो लगातार काम की निगरानी कर रहा है।
ब्यूरो रिपोर्ट : तरुणा सिंह, ख़बर 24 एक्सप्रेस, जोशीमठ