कहते है यह रात भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की रात है, हालांकि महाशिवरात्रि के त्योहार के पीछे कई अलग अलग मान्यताएं और पौराणिक कथाएं है। इस दिन भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है, महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखने की प्रचिलित परंपरा है, जिसे लोग बखूबी निभाते है और इस दिन व्रत रखते है, शिवरात्रि के दिन शिवलिंग का पंचामृत से अभिषेक किया जाता है और बेल पत्र, धतूरा, बेर और अन्य सामग्री चढ़ा कर पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है, भगवान भोलेनाथ को सभी भगवानों में सबसे ऊँचा दर्जा दिया जाता है और सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाला माना जाता है।
महाशिवरात्रि पर इस दिन भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत किया जाता है। भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हुए लोग एक दूसरे के लिए दुयाएँ करते हैं अपनी परिवार की खुशियों के लिए मन्नत मांगते हैं।
बिहार के मशहूर समाजसेवी विजय शर्मा ने महाशिवरात्रि की बधाई देते हुए कहा कि भोलेनाथ सभी के जीवन में खुशहाली लाएं। उन्होंने कहा कि शिव भगवान को भोलेनाथ कहा जाता है। शिव भगवान अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते हैं।
उन्होंने कहा कि वो भगवान शिव से सभी शिवभक्तों एवं उनके परिवारों के लिए मंगलकामना करते हैं। भगवान भोलेनाथ सभी को खुश रखें स्वस्थ रखें।
विजय शर्मा हर साल महाशिवरात्रि पर परिवार के साथ पूजा पाठ करते हैं और देश मे शांति के लिए विशेष पूजा का आयोजन करवाते हैं। इसमें विजय शर्मा का पूरा परिवार उनका बखूबी साथ निभाता है।
बता दें कि विजय शर्मा बिहार के मशहूर समाजसेवी हैं और “सरोवर सेवा आश्रम” के संयोजक भी हैं। “सरोवर सेवा आश्रम” एक गैरसरकारी संस्था है जो गरीबों एवं पिछड़ों के उत्थान के लिए विशेष कार्य करती है।
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