हर कोई अपने अंदाज में इस दिन को सेलिब्रेट करता है। कोई अपने परिवार के साथ इस दिन को मनाता है, तो कोई अपने दोस्तों के साथ। मतलब इस प्यार के दिन, सिर्फ प्यार बांटने का संदेश दिया जाता है। वो चाहे बहन भाई हों, दोस्त हों, पति पत्नी हों या फिर प्रेमी प्रेमिका। हर कोई अपनों के साथ इस दिन को अपनी ही स्टाइल में मनाता है।
वेलेंटाइन डे पर बॉलीवुड भी कहाँ पीछे रहता है। बॉलीवुड की खूबसूरत और अपनी प्यारी, हंसी मुस्कान के लिए जाने जाने वाली कनक यादव भी कहाँ पीछे रहने वाली थीं। उन्होंने भी अपने फैन्स को वेलेंटाइन डे की शुभकामनाएं दीं।
कनक ने कहा कि वो अपने परिवार, फैंस और शुभचिंतकों की वजह से आज इस मुकाम पर हैं। वो सभी को इस दिन की बहुत ही प्यारी शुभकामनाएं देना चाहती हैं।
कनक कहती हैं कि यह दिन सभी के जीवन में रोजाना आये। लोगों में प्रेम प्यार बढ़े। सभी आपसी बैर को भुलाकर एक दूसरे के सुख दुख में काम आएं। जिस दिन सभी आपस में खुश रहना सीख जाएं उस दिन इस वेलेंटाइन का असली मतलब निकलेगा।
बता दें कि यह दिन प्यार का दिन, प्यार के इजहार का दिन होता है। अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करने के लिए इस दिन का हर धड़कते हुए दिल को बेसब्री से इंतजार होता है। वेलेंटाइन-डे प्यार भरा यह दिन खुशियों का प्रतीक माना जाता है और हर प्यार करने वाले शख्स के लिए अलग ही अहमियत रखता है।
ऐसा माना जाता है कि वेलेंटाइन-डे मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है। कैथोलिक चर्च ने कुल ग्यारह सेंट वेलेंटाइन के होने की पुष्टि की और 14 फरवरी को उनके सम्मान में पर्व मनाने की घोषणा की। इनमें सबसे महत्वपूर्ण वेलेंटाइन रोम के सेंट वेलेंटाइन माने जाते हैं।
1260 में संकलित की गई ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ नामक पुस्तक में सेंट वेलेंटाइन का वर्णन मिलता है। इसके अनुसार रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था। उसके अनुसार विवाह करने से पुरुषों की शक्ति और बुद्धि कम होती है। उसने आज्ञा जारी की कि उसका कोई सैनिक या अधिकारी विवाह नहीं करेगा। संत वेलेंटाइन ने इस क्रूर आदेश का विरोध किया।
उन्हीं के आह्वान पर अनेक सैनिकों और अधिकारियों ने विवाह किए। आखिर क्लॉडियस ने 14 फरवरी सन् 269 को संत वेलेंटाइन को फांसी पर चढ़वा दिया। तब से उनकी स्मृति में प्रेम दिवस मनाया जाता है।
कहा जाता है कि सेंट वेलेंटाइन ने अपनी मृत्यु के समय जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया व जेकोबस को एक पत्र लिखा, जिसमें अंत में उन्होंने लिखा था ‘तुम्हारा वेलेंटाइन’। यह दिन था 14 फरवरी, जिसे बाद में इस संत के नाम से मनाया जाने लगा और वेलेंटाइन-डे के बहाने पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है।
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