दिल्ली में एक बाद दर्दनाक हादसा हुआ। मामला दिल्ली के कैंट इलाके का है जहां 6 लोग एक कंटेनर में तंदूर जलाकर सो गए इसके बाद उनकी दम घुटने से मौत हो गयी।
घटना मंगलवार की है एक कंटेनर में 6 लोग सो रहे थे जो कि यह अंदर से लॉक था और इसमें तंदूर जल रहा था। सो रहे इन लोगों को पता नहीं चला कि सांस के साथ उनके भीतर ‘जहरीली’ गैस का प्रवेश हो रहा है।
इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई उनकी पहचान, अमित, पंकज, कमल, अवधलाल और दीपचंद हैं। ये सभी एक केटरिंग टीम के सदस्य थे और बुधवार को होने वाली एक शादी की तैयारियों के लिए इकट्ठा हुए थे। सोमवार रात एक शादी समारोह में केटरिंग सर्विस देने के बाद ये लोग मंगलवार की सुबह एक जगह इकट्ठा हुए थे। शादी समारोह में इस्तेमाल किया गया तंदूर पूरी तरह से ठंडा नहीं हुआ था और उसे उसी तरह ट्रक में रख लिया गया था। तंदूर के साथ-साथ बरतन और अन्य सामान भी ट्रक में रखे गए थे।
शादी समारोह में केटरिंग सर्विस देने के बाद ये लोग थके हुए थे और ट्रक में ही सो गए। बाहर की ठंड से बचने के लिए उन्होंने ट्रक कंटेनर को अंदर से बंद कर लिया।
दोपहर को जब अन्य साथियों ने शादी समारोह की तैयारियां शुरू कीं तो पाया कि 6 सदस्य वहां नहीं पहुंचे थे। उनमें से एक ट्रक के पास पहुंचा, उसने उसे खोलने की कोशिश की, अंदर सो रहे साथियों को कई फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद ट्रक के शटर को जबर्दस्ती तोड़ा गया। कंटेनर से बेहोश लोगों को निकालकर दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल पहुंचया गया, जहां डॉक्टरों ने उनमें से 4 को मृत घोषित कर दिया। अन्य 2 की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों की मौत सांस रुकने की वजह से हुई। ये लोग तंदूर से निकल रहे कार्बन मोनॉक्साइड को सांस के जरिए अंदर ले रहे थे। पुलिस को केटरिंग कंपनी के सुपरवाइजर निर्मल कुमार ने मामले की जानकारी दी। मृतकों के परिजनों को इस दुर्घटना की जानकारी दे दी गई है और अटॉप्सी के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
मरने वालों में अमित, पंकज औक अनिल उत्तराखंड के रुद्रपुर के रहने वाले थे जबकि कमल नेपाल के रहने वाले थे। उधर, अवधलाल और दीपचंद दिल्ली के नांगलोई इलाके में रहते थे और यूपी के गोरखपुर के रहने वाले थे।