सेक्स सीडी कांड के आरोपों में फंसे मंत्री राजेश मूणत को बचाने के आरोप झेल रमन सरकार ने सबीआई जाँच करवाने का निर्णय लिया है। छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल बढ़ रही है।
वरिष्ट पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी की वजह से मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया और इससे पत्रकार संघ भी दो फाड़ हो गया। विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया इसके बाद रमन सरकार ने अपने को घिरते देख इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश देने का फैसला किया है।
शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस फैसले पर मुहर लगी। दिलचस्प बात ये है कि किसी भी पार्टी ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग नहीं की है। लेकिन, रमन सरकार अपनी छवी खराब नहीं करना चाहती है और सरकार ने खुद ही सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है।
मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार ने इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने सीडी कांड एक राजनीतिक साजिश करार दिया है। वहीं, छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री मंत्री राजेश मूणत ने विनोद वर्मा के दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। मूणत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए सीडी के बारे में जानकारी मिली और सीडी पूरी तरह फर्जी है। उन्होंने कहा कि जिस भी एजेंसी से जांच करानी हो जांच हो जाए, वह जांच के लिए तैयार हैं।
छत्तीसगढ़ बीजेपी ने पत्रकार विनोद वर्मा पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि वर्मा पत्रकार हैं या कांग्रेस के एजेंट। उधर, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने मूणत का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि सीडी बनाने में कांग्रेस और उसके कार्यकर्ता माहिर हैं। वे अपने लोगों को स्टिंग ऑपरेशन कर वीडियो बनाने का प्रशिक्षण देते हैं। इस सीडीकांड को लेकर कांग्रेसियों का मकसद सिर्फ चुनावी लाभ लेना भर है। सीडीकांड पर कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पी.एल. पुनिया ने कहा कि मंत्री राजेश मूणत को तत्काल बर्खास्त किया जाए। ऐसे मंत्री को मंत्रिमंडल में बनाए रखना भाजपा के लिए शर्मनाक है।