गिरती अर्थव्यवस्था और नोटबंदी पर यशवंत सिन्हा ने तंज कसा है। यशवंत सिन्हा ने एक लेख लिखा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आज अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है और इसकी जिम्मेदार हमारी सरकार की बनती है।
यशवंत सिन्हा ने ऐसा बयान तब दिया है जब सरकार विपक्ष के निशाने पर है। अपनी ही पार्टी की सरकार की बुराई करने पर यशवंत सिन्हा कांग्रेस की आंखों का तारा बन गए हैं।
कांग्रेस ने लगे हाथों इसको लेकर चुटकी ली। कांग्रेस का कहना है कि जब पार्टी के ही नेता अपनी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करें तब इसके मतलब है सरकार गलत कर रही है।
भाजपा एक बार फिर अपने विरोधियों के निशाने पर है। मोदी सरकार जीएसटी और नोटबंदी के बाद वैसे ही लोगों के निशाने पर है छोटे व्यापारी एवं उद्द्योगपति नाराज चल रहे हैं और अब अपनों की आलोचना के शिकार होने की वजह से 2019 और गुजरात चुनाव निशाने पर आ गए हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति पर भाजपा के अंदर से आवाज उठने लगी है। भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने गिरती अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए एक लेख लिखा है।
इंडियन एक्सप्रेस के लिए लिखे गए लेख में सिन्हा ने देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा। सिन्हा ने लिखा है कि उनका यह लेख देश के बड़े तबके की तरफ से है जिसमें बीजेपी के वे लोग भी शामिल हैं जो कुछ भी बोलने से डरते हैं।
सिन्हा ने लिखा है कि लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे आने से पहले ही तय हो गया था कि अरुण जेटली ही वित्त मंत्री होंगे ऐसे में उनका लोकसभा चुनाव हार जाना भी आड़े नहीं आया था।
सिन्हा ने लिखा कि वह भी वित्त मंत्री रहे हैं और जानते हैं कि कितनी मेहनत करनी पड़ती है। सिन्हा ने आगे कहा कि ऐसे में जेटली के कंधे पर चार मंत्रालयों की जिम्मेदारी देना भी ठीक नहीं था।
सिन्हा ने जीएसटी को खराब तरीके से लागू किया गया प्लान बताया। सिन्हा ने लिखा केंद्र सरकार कहती है कि गिरती अर्थव्यवस्था के लिए जीएसटी जिम्मेदार नहीं है, दरअसल वह ठीक कह रही है। यह सब तो उससे काफी पहले ही शुरू हो गया था।
यशवंत सिन्हा ने लेख के आखिर में यह भी लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी दावा करते रहे हैं कि उन्होंने गरीबी काफी करीब से देखी है और वित्त मंत्री बाकी सभी भारतीयों को भी उतने ही करीब से गरीबी दिखाने के लिए काम कर रहे हैं। सिन्हा ने लिखा कि अगर वह अब भी नहीं बोलेंगे तो यह उनकी राष्ट्र के प्रति जो ड्यूटी है उसके खिलाफ होगा।
वहीं भाजपा नेता यशवंत सिन्हा के लेख के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस वक्त-वक्त पर अर्थव्यवस्था की कमियों को उजागर करती रही है। चिदंबरम ने कहा कि उनको खुशी है कि यशवंत सिन्हा ने उनकी आलोचना को बल दिया। चिदंबरम ने दावा किया कि कांग्रेस पिछले 18 महीनों से अर्थव्यवस्था की कमियों पर बात कर रही है लेकिन उनको चुप रहने के लिए कह दिया जाता था।
चिदंबरम ने आगे कहा जब मैं इधर-उधर जाता हूं तो मुझे सुनने को मिलता है कि अच्छे दिन तो आए नहीं, ये बुरे दिन कब जाएंगे? चिदंबरम ने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था के जानकार लोगों को सामने आकर बिना किसी डर के लिखना चाहिए। चिदंबरम ने कहा ‘डर को छोड़ दो।’
बता दें कि भाजपा नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक लेख लिखा। इसमें उन्होंने अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सिन्हा में अपने लेख में वित्त मंत्री अरुण जेटली की खुलकर आलोचना की। सिन्हा ने कहा कि जेटली चुनाव हारे बावजूद इसके उनको वित्त मंत्री बनाया गया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले पर ट्वीट किया था। राहुल ने लिखा लेडीज एंड जेंटलमैन, मैं आपका को-पायलेट और वित्त मंत्री बोल रहा हूं। कृपया अपनी सीट बेल्ट बांध लें और बचाव की मुद्र में आ जाएं। हमारे प्लेन के विंग्स टूटकर गिर गए हैं।
यशवंत सिन्हा ने लेख के आखिर में यह भी लिखा कि पीएम नरेंद्र मोदी दावा करते रहे हैं कि उन्होंने गरीबी काफी करीब से देखी है और वित्त मंत्री बाकी सभी भारतीयों को भी उतने ही करीब से गरीबी दिखाने के लिए काम कर रहे हैं। सिन्हा ने लिखा कि अगर वह अब भी नहीं बोलेंगे तो यह उनकी राष्ट्र के प्रति जो ड्यूटी है उसके खिलाफ होगा।