म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हिंसा अब धार्मिक मुद्दे से ऊपर उठ चुकी है। यहां सिर्फ मुसलमानों को ही नहीं बल्कि हिन्दुओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं महिलाओं से रेप कर उनके साथ जो बर्बरता की जा रही है वो बेहद ही निंदनीय और शर्मनाक है। म्यांमार में हिंसा अपने चरम पर है अब ये किसी धर्म विशेष के लोगों को नहीं बल्कि हर किसी को अपनी चपेट में ले रही है। जिस तरह से म्यांमार में लोगों को बर्बरता के साथ मारा काटा जा रहा है ऐसा सलूक किसी जानवर के साथ भी नहीं होता। और इतना बुरा सलूक कोई भूँखा जानवर भी नहीं करता।
रोहिंग्या मुसलमानों के साथ जिस प्रकार वहां बर्ताव हो रहा है वो पूरी तरह अमानवीय है। जिस तरह वहां लोगों को काटा जा रहा है मारा जा रहा है वो बेहद दर्दनाक है। म्यांमार में बच्चों के साथ भी वैसी ही बर्बरता की जा रही है जैसे बड़ों के साथ। छोटे मासूम बच्चों पर भी वहाँ आदमखोर दया भाव नहीं दिखा रहे हैं। वहां रोहिंग्या मुसलमानों को ऐसे मारा काटा जा रहा है जैसे आदमखोर अपने बीच से इंसानों को ख़त्म करने की जल्दी लगी हो।
अब म्यांमार ऐसा प्रतीत होने लगा है जैसे कि वहां इंसान नहीं बल्कि आदमखोर जानवर बसते हों। और उन आदमखोर जानवरों की बस्ती में कुछ इंसान उनका चारा बन रहे हों।
आपको बता दें कि हिंसा करने वालों के निशाने पर हर कोई आ रहा है, जो उनके सामने आता है उसको बेदर्दी से काट दिया जाता है, ये कहाना है रोहिंग्या रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले हिन्दू लोगों का।
हिन्दू महिलाएं आपबीती बताते हुए बिलख बिलख कर रोती हैं वो कहती हैं जब हमारे साथ ऐसा हो रहा है तो बाकी के साथ क्या हो रहा होगा। महिलाओं का कहना है कि वो बड़ी मुश्किल से खुद को संभाल रही हैं वो यहां कैम्पों में भी डर के साये में जीने को मजबूर हैं।
वही एक महिला का कहना है कि उसकी आखों के आगे उस रात का खौफनाक मंजर नजर आ रहा था। वहीं मंजर जिसमें उसके ही सामने उसके पति और घरवालों को बेदर्दी से मार दिया गया। उनके हाथ पैर काट दिए गए। उनकी गर्दन कलम कर दी गयी।
नकाबपोश बदमाशों ने उनके घर लूट लिए, पूरा का पूरा गांव जला दिया। गांव में कोई भी मर्द जिंदा नहीं बचा। अपनी कोख में चार महीने का बच्चा लेकर वो महिला किसी तरह से वहां से बच निकली। वह अब कुटुपालंग में हिंदू के लिए बने शिविर, हिंदूपारा में रह रही हैं।
उन्होंने बताया कि बदमाश हिंदू महिलाओं के साथ रेप कर रहे थे। जब उन्हें यह बताया कि हम हिंदू हैं, तो भी वे नहीं रुके। गांव को जलाने से पहले और महिलाओं को मारने से पहले वो हर महीला का रेप कर रहे थे।
हिंदूपारा में रह रही एक और शरणार्थी ने बताया कि म्यांमार के फकीर बाजार में उनकी ज्वेलरी शॉप थी। नकाबपोश बदमाशों ने उनके पति को डराया, धमकाया और जब उन्होंने कुछ नहीं बताया तो बच्चों को मारने की धमकी दी। जैसे ही उनके पति ने जेवरात के बारे में बताया, बदमाश उन्हें लेकर पहाड़ी की ओर चले गए।
महिला ने बताया कि जब वो अपने बच्चों के साथ वहां ने निकल रही थी तो उनके पति की लाश सैकड़ों लाशों के बीच मिली।
ऐसा खौफ़नाक मंजर जहां लाशों के ढेर पड़े मिल रहे हैं। भारत में बहुत से आदमखोर सिर्फ इस बात की खुशी मना रहे हैं कि चलो मुसलमान मर रहे हैं लेकिन उन आदमखोरों को ये कहाँ पता है कि ये अत्याचार हिन्दू मुस्लिम दोनों पर वहाँ हो रहे हैं। इंसानियत पर हो रहे हैं।
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ख़बर 24 एक्सप्रेस