Infosys के CEO विशाल सिक्का ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सैलरी विवाद इसका कारण बताया जा रहा है।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में शुमार इंफोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब वो केवल कंपनी के एग्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन रहेंगे। विशाल सिक्का के स्थान पर कंपनी के सीओओ यू बी प्रवीन राव को सीईओ पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।
इससे पहले, इंफोसिस की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के सीईओ विशाल सिक्का को सैलरी में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। इंफोसिस को मौजूदा कारोबारी साल में नुकसान का असर उसके सीईओ की सैलरी पर भी पड़ा था। उन्हें इस साल के लिए 16.01 करोड़ का पैकेज मिला, जो पिछले साल 48.73 करोड़ से काफी कम था। खास बात ये है सिक्का की पहली बढ़ी सैलरी पर इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति इशारों इशारों में आपत्ति जता चुके थे।
जिसके बाद विशाल सिक्का की सालाना कमाई में इस तरह 67% की कमी आई। उन्हें इस साल सैलरी के तौर पर 1 मिलियन डॉलर यानि 6 करोड़ 47 लाख रुपए से अधिक मिले थे। पिछले साल उन्हें 0.9 मिलियन डॉलर तनख्वाह के तौर पर मिले। उनके बोनस में इस साल भारी गिरावट आई है। उन्हें पिछले साल 2.88 मिलियन डॉलर बतौर बोनस मिले थे, पर इस साल बोनस के तौर उन्हें सिर्फ 0.82 मिलियर डॉलर की धनराशि मिली है।
वैसे, सिक्का को मिलने वाली नकद धनराशि में भले ही भारी कटौती हुई हो, पर बोनस और ग्रांट स्टॉक के तौर पर मिलने वाले फायदे में सिर्फ 7प्रतिशत की ही कटौती हुई है। उन्हें पिछले साल 48.41 करोड़ की तुलना में इस साल 45.11 करोड़ का फायदा हुआ।
सिक्का को पिछले साल 2.88 मिलियन डॉलर के परफॉर्मंस बेस्ड स्टॉक इंसेंटिव के तौर पर मिले थे, पर इस साल ये आंकड़ा 2 मिलियनका है।
वैसे, सिक्का की तनख्वाह में भले ही भारी कटौती हुई हो, पर बाकी के सीनियर अधिकारियों की सैलरी में बढ़ोतरी ही हुई है। इंफोसिस के सीओओ यू बी प्रवीन रॉव की टोटल सैलरी 8.14 करोड़ से बढ़कर 11.80 करोड़ हो गई है।