शायद किसी बेटे को पढ़कर बुरा जरूर लग सकता है या हो सकता है कि ऐसे माँ बाप को भी बुरा लगे जो अपने बच्चों को छोटी छोटी जिद को पूरा करने के लिए कुछ भी करने पर उतारू हो जाते हैं।
बच्चे जिद्दी तब और ज्यादा बन जाते हैं जब उन्हें पता चलता है कि उनके माँ बाप उनकी जिद के आगे बेबस हैं या वो पूरा कर रहे हैं।
एक ऐसा ही दर्दनाक वाक्या दिल्ली में देखने को मिला जहां एक बेटा अपनी जिद की वजह से काल के गाल में चला गया।
एक लड़का दोस्तों के साथ सुपरबाइक पर सवार होकर मौज मस्ती के लिए निकला लेकिन फिर कभी वापस नहीं आया।
उसे शौक था बाइक चलाने का और हवा से बातें करने का लेकिन वो इस बात से अनजान था कि उसका यही शौक उसकी जान ले लेगा।
हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में हुए बाइक असीक्सिडेंट की जिसमें बाइक सवार युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतक युवक की पहचान हिमांशु बंसल (24) के रूप में हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए हॉस्पिटल भिजवाया। यह पूरा हादसा उनके पीछे चल रहे दूसरे युवक के हेल्मेट में लगे कैमरे में कैद हो गया। हादसा नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के पास हुआ। बाराखंभा रोड पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी। पुलिस ने खतरनाक ड्राइविंग और लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार रात पुलिस को कॉल मिली थी कि लेडी इरविन कॉलेज के पास सिकंदरा रोड पर बाइक सवार युवक का ऐक्सिडेंट हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक जख्मी को एलएनजेपी हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा चुका था। पुलिस को मौके पर ही क्षतिग्रस्त बाइक भी मिली। पुलिस ने बाइक को थाने पहुंचाया। पुलिस जब हॉस्पिटल पहुंची तो पता चला कि जख्मी युवक की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
मृतक युवक की पहचान हिमांशु बंसल के रूप में हुई। शुरुआती तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि मृतक युवक परिवार के साथ विवेक विहार फेस-2 में रहता था। परिवार में पिता सुरेश बंसल, मां कुसुम बंसल और भाई अकुश बंसल हैं। पिता की झिलमिल औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री है। वह अपने पिता के साथ फैक्ट्री में भी हाथ बटवाता था। इसके साथ ही वह पत्राचार से ग्रेजुएशन भी कर रहा था।
परिवारवालों ने पुलिस को बताया कि सोमवार शाम हिमांशु घर से अपने दोस्तों के साथ घूमने की बात कहकर अपनी सुपरबाइक लेकर निकला। तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि हादसे के समय हिमांशु अपने दो अन्य दोस्तों गाजी और लक्ष्य के साथ कनॉट प्लेस की तरफ से मंडी हाउस की तरफ आ रहे थे। हिमांशु सबसे आगे चल रहा था जबकि उसके दोनों दोस्त उनसे पीछे थे। लक्ष्य के हेल्मेट पर कैमरा लगा हुआ था। मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन के पास एक बुजुर्ग सड़क पार कर रहे थे।
बाइक की रफ्तार बहुत ज्यादा तेज होने के कारण हिमांशु की बाइक बुजुर्ग से टकरा गई, जिससे बाइक का बैलेंस बिगड़ गया और वह कॉलेज की दीवार से जा टकराई। इस हादसे में हिमांशु गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बुजुर्ग को मामूली चोटें आईं। दोनों दोस्त अन्य लोगों की मदद से हिमांशु को हॉस्पिटल लेकर गए। पुलिस अफसरों ने बताया कि यह पूरा हादसा लक्ष्य के हेल्मेट में लगे कैमरे में कैद हो गया। पुलिस को तफ्तीश मे यह भी पता चला कि हिमांशु ने कुछ समय पहले ही अपने पिता और बड़े भाई से जिद करके यह बाइक खरीदी थी। हिमांशु के पिता दिल्ली में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों के कारण उसे पावर बाइक नहीं दिलाना चाहते थे, लेकिन बेटे की जिद के आगे पिता की एक नहीं चली। और बेटे की जिद उड़की मौत का कारण बन गयी।