मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अपने शहर गोरखपुर में हैं। वही गोरखपुर जहां मासूमों की मौत से चीत्कार मचा हुआ है। माँ आपने बच्चे, अपने कलेजे के टुकड़े के मारें से क्षुब्ध है। उसे ये होश नहीं है कि उसके बच्चे के साथ हुआ क्या आखिर ये अगस्त का कैसा बैरी महीना है जो सिर्फ गरीबों के मासूमों को लील लेता है।
इस अगस्त में किसी नेता के यहां कोई घटना नहीं घटती तो सिर्फ इन गरीब, निम्न आये वालों के साथ ही ऐसा क्यों होता है?
बीआरडी अस्पताल में ऑक्सिजन की कमी के चलते हुई बच्चों की मौत के मामले में आलोचना का सामना कर रहे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार की ओर से इस मामले में कोई लापरवाही नहीं हुई है। उन्होंने दावा किया कि बच्चों की मौत ऑक्सिजन की कमी के चलते नहीं हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ अस्पताल का दौरा करने पहुंचे योगी मीडिया से बात करते हुए भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस के खिलाफ उन्होंने सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ी है। मृतक बच्चों पर उनकी पीड़ा को कोई समझ नहीं सकता। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि बच्चों की मौत पर सियासत की नहीं, संवेदना की जरूरत है।
मुख्यमंत्री योगी आज अपने घड़ियाली आँसू बहा रहे हैं तब से अब तक वे चुप क्यों थे। अगर यही सक्रियता वो पहले दिखाते तो क्या इतनी मौतों का इल्जाम उनके सर आता?
अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मासूमों की मौत की जांच होना बहुत जरूरी है ताकि सही तथ्य सामने आ सकें। योगी ने बताया कि उन्होंने चीफ सेक्रटरी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई है, जो बीआरडी अस्पताल में मौत के कारणों का पता लगाएगी। उन्होंने सरकार के रुख को एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि सरकार के स्तर पर कोई लापरवाही इस घटना में नहीं हुई है। उन्होने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य के खाते में 7 अगस्त को पैसा आ गया था। ऐसे में इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर यह पैसा ऑक्सिजन सप्लाइ करने वाली कंपनी को क्यों नहीं दिया गया। योगी ने कहा कि इस मामले में जो कार्रवाई होगी, वह एक मानक स्थापित करेगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
योगी ने कहा कि बच्चों पर उनसे ज्यादा संवेदनशील कोई नहीं हो सकता, वह पिछले कई सालों से इंसेफेलाइटिस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वह चौथी बार बीआरडी मेडिकल कॉलेज आए हैं। इस दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों को नसीहत देते हुए कहा कि वे वॉर्ड के अंदर जाकर सही हालात का पता लगाएं और फिर रिपोर्टिंग करें। उनके साथ मौजूद केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार इस संबंध में राज्य सरकार की हर मदद करने को तैयार है।