“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” पर हज़ारों करोड़ खर्च करने वाली बीजेपी की केंद्र सरकार का अभियान खुद के नेताओं की वजह से मज़ाक का पात्र बन रहा है इसके अलावा ये खुद के नेताओं पर लागू ना होने की ओर इशारा भी कर रहा है।
भाजपा अभी तक महिलाओं से छेड़छाड़ जैसे मामले में दूसरी पार्टी के नेताओं को अपना निशाना बनाती रही है। लेकिन जब बात अपने पर आयी तब वो अपने नेताओं का बचाव भी करती है।
हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे द्वारा एक आईएएस अधिकारी की बेटी से कथित छेड़छाड़ प्रकरण में सियासत गर्मा गई है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी हाइकमान सुभाष बराला के खिलाफ कार्रवाई करने के मूंड में नहीं है। इसी बीच बीजेपी के एक नेता ने ही अपनी पार्टी को धर्म संकट में डाल दिया है। कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद राजकुमार सैनी ने ही अपनी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजकुमार सैनी ने हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि नैतिकता के आधार पर राज्य के पार्टी अध्यक्ष सुभाष बराला को इस्तीफा दे देना चाहिए।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू के दौरान राजकुमार सैनी ने कहा कि अगर हमारे परिवार में किसी ने गलती की है, तो नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। सैनी ने कहा कि बराला का ऐसा कदम पार्टी की छवि में सुधार कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण है जब कई नेताओं को परिवार के ऊपर आरोप लगने पर इस्तीफा देना पड़ा था। तत्कालीन हरियाणा के बिजली मंत्री विनोद शर्मा ने इस्तीफा दे दिया था जब उनके बेटे का नाम जेसिका लाल हत्याकांड से जुड़ा था। निजी तौर पर गलती नहीं होने पर भी विनोद शर्मा ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आंध्र प्रदेश के पूर्व राज्यपाल एन डी तिवारी के उदाहरण का भी हवाला दिया।
वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बराला का समर्थन किया। खट्टर ने हिसार में पत्रकारों से कहा, इस मामले का सुभाष बराला से कोई लेना-देना नहीं है। यह एक व्यक्ति से जुड़ा मामला है। अगर आरोप सही साबित होता है, तो यह बेहद निंदनीय है। खट्टर ने कहा, मुझे इस बारे में बताया गया। आरोपी अगर दोषी पाया गया तो उसे सजा दी जाएगी। इस मामले पर यह मेरा आधिकारिक पक्ष है। मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि उन्हें चंडीगढ़ पुलिस में पूरा विश्वास है और न्याय अपना काम करेगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई बड़े नेता इस मामले को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोल रही है और बराला के इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने चंडीगढ़ की वारदात को न सिर्फ छेडख़ानी बल्कि अपरहण की कोशिश बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। राहुल ने कहा चंडीगढ़ में युवती के अपहरण की कोशिश और छेडख़ानी की वारदात की मैं कड़ी निंदा करता हूं। बीजेपी सरकार को दोषियों को सजा दिलानी चाहिए, न कि अपराधियों और उनकी घटिया मानसिकता का साथ देना चाहिए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने आरोपियों के खिलाफ हल्की धाराएं लगाए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में निर्भया केस के बाद संशोधित कानून के तहत कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग भी की है। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष के बेटे पर लगे संगीन आरोप के इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से सवाल पूछा है। येचुरी ने आरोपी विकास बराला को थाने से ही जमानत दे दिए जाने पर सवाल उठाते हुए ट्विटर पर लिखा है, जाहिर है कि इस मामले में कोई आरोपी की मदद कर रहा है। महिला उत्पीडऩ से जुड़े इस मामले प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष खामोश क्यों हैं?’