जबर्दस्त बारिश और तूफ़ान ने ओडिसा, बिहार, बंगाल के हालत खराब किये हुए हैं तेज़ हवाएं और बारिश ने यहाँ के जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। आपको बता दें कि बिहार में बारिश और तूफ़ान से अब तक 30 मौतें हो चुकी हैं और कई बेघर हो गए हैं।
बंगाल की खाड़ी में जहां तेज दबाव की वजह से दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्द आने की उम्मीद है वहीं दूसरी ओर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में परेशानियों की संभावना भी बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने संभावना जताई है कि अगले 24 घंटे ओडिशा के लिए मुश्किलों भरे हो सकते हैं।
विभाग के मुताबिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और तूफान की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ओडिशा में 24 घंटे में बदलने वाले हालात की वजह बंगाल की खाड़ी में उठने वाला समुद्री तूफान ‘मोरा’ है।
मोरा एक चक्रवाती तूफान है जो फिलहाल 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मौसम वैज्ञानिक कह रहे हैं कि बंगाल की खाड़ी में उठ रहे इस चक्रवाती तूफान की वजह से मानसून केरल से पहले पूर्वोत्तर भारत में दस्तक देगा। स्काइमेट वेदर के मुताबिक, मोरा तेजी से नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ रहा है और 30 मई को चटगांव के पास बांग्लादेश तट को पार कर जाएगा।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 30 मई को दक्षिण असम, मेघालय, त्रिपुरा, और मिजोरम में भारी बारिश हो सकती है। अरुणाचल और नागालैंड में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही दक्षिण असम, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में 45 से 65 किलोमीटर की स्पीड से तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। मछुआरों को समंदर से दूर रहने की चेतावनी जारी कर दी गई है।
31 मई को असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, और अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा अंडमान निकोबार द्वीप समूह, कर्नाटक और केरल के समुद्री तट पर भी भारी बारिश की संभावना है।
1 जून को भी मौसम में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इसमें असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और केरल प्रभावित क्षेत्र होंगे।
2 जून को असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अंडमान निकोबार द्वीप, केरल में भारी बारिश होगी।
दिल्ली एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज, बिहार में 30 की मौत
दिल्ली-एनसीआर में सुबह-सुबह हुई बारिश ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। बारिश होने से गरमी और उमस से तो राहत मिली ही साथ ही पारा भी लुढ़क गया है। बारिश होने से पारा 22.7 डिग्री तक लुढ़क गया है।
रविवार को जिस तरह की उमस और गरमी थी उससे सोमवार सुबह ही बारिश होने से लोगों को राहत मिली है। रविवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया था। शहर में कुल 7.8 मिलीमीटर बारिश हुई। अनुमान के मुताबिक आज पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।
वहीं दूसरी ओर रविवार का दिन बिहार के लिए प्राकृतिक आपदाओं की वजह से बेहद खराब साबित हुआ। बिजली और बारिश की घटनाओं की घटनाओं की वजह से बिहार में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। वहीं ओडिशा में लू की वजह से अबतक मरने वालों की संख्या 12 हो गई है।