जिलेभर में बुधवार देर शाम अचानक बदलने मौसम ने भरतपुर में बड़े हादसे को अंजाम दे दिया। तेज आंधी और बारिश के कारण सेवर कस्बे के एक मैरिज गार्डन की दीवार गिरने से करीब 23 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
घटना के बाद जिला कलेक्टर डॉ. एन.के. गुप्ता, एसपी अनिल कुमार टांक मौके पर पहुंचे और व्यवस्था संभालने में जुट गए। जानकारी के अनुसार देर शाम अचानक तेज आंधी और बारिश का दौर शुरू हो गया। सेवर के अन्नपूर्णा मैरिज गार्डन की दीवार बारिश और आंधी का झोंका सह नहीं सकी और दीवार गिर गई। हादसे में करीब 23 लोगों की मौत हो गई, जबकि 40 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
मैरिज गार्डन में अचानक हुई इस घटना से अफरातफरी मच गई। वहां चल रहा खुशी का माहौल मातम में बदल गया। एम्बुलेंस की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। हादसों में मृतक व घायलों के परिजनों की भीड़ अस्पताल में लग गई। अस्पताल में परिजनों के बिलखने से वहां का माहौल गमगीन हो गया।
मृतकों में 8 महिलाएं,4 बच्चों समेत 11 अन्य लोग शामिल हैं। बताया गया है कि अंधड़ से बचने के लिए करीब 12 से 13 फीट उंची दीवार के सहारे करीब 80 से 90 लोग खड़े थे जिसके बाद एकाएक दीवार भी ढह गई जिससे कई लोग दीवार के मलबे के नीचे दब गए। शादी में आए धराती बारातियों की मदद से ही लाशों और घायलों को मलबे के नीचे से निकाला गया।
जयपुर के जौहरी बाजार निवासी सैनी समाज के लोग बारात लेकर भरतपुर गए थे जहां भरतपुर के मालीपुरा के परिवार से यह संबध होने जा रहा था। इस दिल दहला देने वाले हादसे में दूल्हा दुल्हन सुरक्षित बच गए मगर उनकी शादी के गवाह बने कई लोगों की जान चली गई।
एक तरफ हादसे के बाद जहां विवाह स्थल पर हर तरफ चीख पुकार मच गई तो वहीं दूसरी ओर भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई। जिले के इस बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम इस कदर है कि आए दिन यहां मरीज किसी ना किसी बात को लेकर हंगामा कर देते हैं। रातों रात हुए ऐसे हादसों के मद्देनजर अस्पताल में माकूल इंतजाम नहीं थे।
अचानक आंधी-बारिश आने के बाद भरतपुर शहर सहित अन्य इलाकों की बिजली गुल हो गई। इससे भरतपुर शहर अंधेरे में डूब गया। इसके अलावा इंटरनेट, टेलीफोन आदि सेवाएं भी प्रभावित हुईं।