“तुम किसी विचार की हत्या नहीं कर सकते! ..तुम किसी विचार को जेल में नहीं डाल सकते!!” ये शब्द स्कूली लेखन प्रतियोगिता में किसी विद्यार्थी द्वारा आलेख में प्रयुक्त दार्शनिक शब्द नहीं हैं।ये शब्द हैं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के, जो उन्होंने घाटी में सक्रिय अलगाववादियों की गिरफ्तारी पर …
Read More »एस. एन. विनोद जी की कलम से…. अखबारों के लिए पुनः अवसर
ये समय-चक्र ही है, जो अखबारों के लिए सुनहरा अवसर ले कर आया है।90 के दशक में जब खबरिया चैनलों का प्रादुर्भाव हुआ, शनैः शनैः विस्तार होता गया,भविष्यवाणी कर दी गई कि अब प्रिंट मीडिया ,अर्थात अखबारों के दिन लद गए। अखबारों की प्रसार संख्या में गिरावट की खबरें …
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