सत्यास्मि मिशन द्धारा महाकुंभ 2025 में अपने शिविर के लिए जगह नहीं मिलने से स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी नाराज हो गए हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का उन्हें हिस्सा नहीं बनाया गया है। जबकि 2019 में वे कुंभ का हिस्सा थे। लेकिन इस बार उन्हें सरकार द्वारा जमीन आलोट नहीं की गई है।
बता दें कि इससे पूर्व 2019 के कुंभ मेले में प्रयागराज में शिविर को कोर्ट द्धारा प्राप्त किया था। उसमें सभी भक्तों सहित सम्मिलित भी हुए थे। उसके उपरांत हरिद्वार में लगे कुंभ मेले 2021 में भी कोरोना बीमारी के चलते सभी अखाड़ों आदि की भांति केवल अपनी उपस्थिति रजिस्टर कराई गई थी।
अब वर्तमान के महाकुंभ प्रयागराज में पुनः अपने मिशन के शिविर लगाने हेतु पूर्व मेलों की कार्यों की रसीद आदि जमा करवा दी गई लेकिन मेला अधिकारियों ने स्वीकार करने के बाद रसीद नहीं दी है। केवल आश्वासन दिया गया है कि शीघ्र ही आपको भूमि आवंटन हेतु सूचना दी जाएगी। तब से लेकर अभी तक कोई भूमि आवंटन हेतु किसी भी प्रकार की कोई जानकारी न तो फोन या sms द्वारा दी जा रही है और न ही किसी प्रकार का कोई पत्राचार प्रशासन की तरफ से हो रहा है।
किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं करवाई जा रही है।
सत्यास्मि मिशन के अनुसार समय निकलता जा रहा है, केवल विशिष्ट अखाड़ों आदि को ही भूमि दी जा रही है। ओर कोई भी कारण नहीं बताया जा रहा है कि आपको इस कारणों से शिविर हेतु भूमि नहीं दी जाएगी।
इससे मिशन के सभी भक्तों में आक्रोश व्याप्त है।
स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब का कहना है कि हम इस तरह इतने महान धार्मिक महाकुंभ में स्नान हेतु शामिल नहीं हो पाएंगे अतः प्रशासन से अनुरोध है कि हमें शीघ्र पूर्व कुंभ मेलों की तरह शिविर लगाने को स्वीकृति ओर सुविधा दी जानी चाहिए और शीघ्र सूचना भी देनी चाहिए।