भारत में कोरोना ने सभी का हाल बेहाल किया हुआ है, अर्थव्यवस्था का तो बुरा हाल हो गया है, वहीं गैर सरकारी संस्थाओं के भी हाल कुछ ठीक नहीं हैं। कुछ शिक्षण संस्थान ऐसे भी हैं जो इस कोरोनाकाल में बेहाल चल रहे हैं या बंदी के कगार पर हैं। ऐसे में ये संस्थाएं सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं। इन शिक्षण संस्थानों की मांग है कि इनके स्कूल अनिश्चितकालीन समय को बंद कर दिए गए हैं। अब ऐसे समय में शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं, साथ ही संस्थान भी नुकसान में हैं। अब ऐसे मुश्किल हालातों में सरकार को मदद करनी चाहिए।
भारत कोरोनाकाल में आर्थिक संकटों से गुजर रहा है। इस दौर में करोड़ों लोगों ने अपनी नौकरी गंवाई है। इनमें सबसे बुरा हाल गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों का है जो बुरे दौर से गुज़र रहे हैं।
ऐसे में बुलंदशहर स्थित सत्यास्मि मिशन व सत्य ॐ सिद्धाश्रम के संस्थापक सद्गुरु स्वामी सत्येंद्र जी महाराज ने मांग की है कि सरकार गैर सरकारी शिक्षकों व स्कूलों की मदद करे। क्योंकि कोरोना की वजह से स्कूल खुल नहीं रहे हैं और विद्यार्थियों के अभिभावक स्कूल फीस नहीं चुका पा रहे हैं या नहीं दे पा रहे हैं तो ऐसे में छोटे शैक्षिणक संस्थानों के सामने बड़ी मुश्किल आ खड़ी हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि जब संस्थान के पास ही पैसा नहीं होगा तो वो शिक्षकों और स्कूल में काम करने वाले सहायकों को कैसे तनख्वाह दे पाएगा?
ऐसे में स्कूल संचालकों व शिक्षकों के सामने बड़ा आर्थिक संकट आन पड़ा है। इसीलिए स्वामी जी की संस्था की तरफ से कोर्ट में याचिका डाली जा रही है। साथ ही स्वामी जी ने यूपी सरकार से भी शिक्षण संस्थानों की मदद के लिए अनुरोध किया है। सद्गुरु स्वामी सत्येंद्र जी ने कहा है कि सरकार को ऐसे मुश्किल हालातों में शिक्षकों व स्कूलों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
बुलंदशहर से ख़बर 24 एक्सप्रेस के लिए आकाश गुप्ता व कृष्ण कुमार गोयल की संयुक्त रिपोर्ट
जय जय गुरुदेव🙏