उत्तर प्रदेश भाजपा में सियासी खींचतान जारी है। भले मीडिया में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी के बीच तनातनी की खबरें सुर्खियां न बन पा रही हों लेकिन पीएम व यूपी के सीएम के बीच कुछ तो चल रहा है। यूपी में हुए पंचायत चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद से बीजेपी व आरएसएस के बड़े पदाधिकारी भी योगी से कुछ खफा खफा नज़र आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि यूपी में विधानसभा चुनाव एकदम करीब आ गए हैं और ऐसे समय में बीजेपी में खींचतान शुरू हो रही है।
साल 2017 में भाजपा को यूपी में बंपर जीत मिली थी और इस जीत का सबसे ज्यादा फायदा हुआ सांसद व गोरखमठ के महंत योगी आदित्यनाथ को। कहा तो यह भी जाता है कि योगी ने मुख्यमंत्री बनने के लिए शीर्ष नेताओं को ब्लैकमेल किया था। लेकिन भाजपा इसे नकारती आयी है। लेकिन यह बात किसी से छिपी नहीं कि भाजपा ने मनोज सिन्हा को यूपी का सीएम मनोनीत किया था, यहां तक कि मनोज सिन्हा प्राइवेट जेट से लखनऊ सपथ लेने भी चले गए थे, लेकिन जेट ने लखनऊ में लेंड होते ही इसके बाद वाराणसी की उड़ान भर दी और यूपी के सीएम योगी बन गए।
तभी से भाजपा के भीतर कुछ तो चल रहा था, लेकिन उसे बाहर नहीं आने दिया जा रहा था। पीएम मोदी व शाह को “कोरोना का बहाना और यूपी सीएम पर निशाना” अच्छा मौका मिला। यही नहीं सीएम योगी का 5 जून को जन्मदिन था लेकिन पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व बीजेपी, आरएसएस के कुछ बड़े पदाधिकारियों ने योगी को जन्मदिन की बधाई तक नहीं दी।
यही नहीं, यूपी में मंत्रिमंडल के फेरबदल को लेकर भी खींचतान चल रही है।
खैर इसी बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश को योगी आदित्यनाथ जैसा मुख्यमंत्री नहीं मिल सकता। कोई भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा परिश्रमी और ईमानदार नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में सीएम योगी ने कानून का राज स्थापित किया है। स्वतंत्र देव का बयान उस समय आया जब प्रदेश में मुख्यमंत्री बदलने से लेकर कैबिनेट विस्तार होने तक की अटकलें लगाई जा रही हैं। ऐसे समय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
दरअसल, राधामोहन की राज्यपाल से मुलाकात की चर्चा ने यूपी में फिर से मंत्रिमंडल फेरबदल की अटकलों को हवा दे दी है। राधामोहन ने शनिवार रात पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व महामंत्री संगठन सुनील बंसल के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक उनके बीच जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव और राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से मिले दिशा-निर्देश पर चर्चा हुई। राधामोहन रविवार को पार्टी की बैठक भी लेंगे।
छह महीने बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी कैबिनेट में फेरबदल होगा और एमएलसी बने ए के शर्मा को कैबिनेट में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि, भाजपा के पदाधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं लेकिन पार्टी पदाधिकारियों की बैठकें और भाजपा प्रभारी की राज्यपाल से मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं