सामान्य प्रशासन विभाग की बात की जाए तो गहलोत सरकार ने बजट पेश करते हुए राज्य के सर्किट हाउस, राजस्थान हाउस दिल्ली और मुंबई स्थित राजस्थान भवन में ठहरने के लिए पूर्व आयोग अध्यक्षों, प्रतियोगी परीक्षार्थियों और स्वतंत्रता सैनानियों के लिए कई घोषणाएं की थी. सरकार ने बजट घोषणाओं पर काम करना शुरू किया और सभी घोषणाओं को पूरा करते हुए विधार्थियों, पूर्व अध्यक्षों और गंभीर पीड़ितों को राहत प्रदान की.
गहलोत सरकार का एक साल बेमिसाल
- राजस्थान राज्य के बोर्ड, कॉर्पोरेशन, अकादमियों और आयोगों के पूर्व अध्यक्ष जिन्हें राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त था उन्हें भी राज्य के सभी विश्राम भवनों में रूकने की सौगात मिली.
- राजस्थान के विश्राम भवनों में किसी महीने विशेष में अधिकतम 5 और राजस्थान हाउस में तीन दिन रूक सकते.
- राजकीय केटेगरी अ-3 की दर पर आवास व भोजन की मिलेगी सुविधा.
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में की थी घोषणा.
- 14 अगस्त 2019 को आदेश जारी कर सरकार ने इसे पूरा किया.
- 12 दिसंबर 2019 को आदेश जारी कर परिचय पत्र बनवाने के लिए आवेदन मांगें.
राजस्थान भवन में रूकने के लिए आदेश जारी किए
- राजस्थान के मूल निवासियों को गंभीर बीमारी से पीड़ित होने पर नवी मुंबई वाशी स्थित राजस्थान भवन में रूकने के लिए आदेश जारी किए.
- इससे कैंसर, ह्रदय रोग, अल्जाईमर, किडनी, लीवर प्रत्यारोपण से पीड़ितों को राहत मिली.
- ऐसे पीड़ितों को राजकीय कैटेगरी ग्रुप एक की दर पर भोजन और आवास की सुविधा मिलेगी.
- यह सुविधा विशेष परिस्थितियों में 15 दिन के लिए मान्य होगी.
- सीएम ने बजट में इसकी घोषणा की थी, जिसे 22 अक्टूबर को आदेश जारी कर पूरा किया,
- राज्य के स्वतंत्रता सैनानियों को राजस्थान के सर्किट हाउस और दिल्ली स्थित राजस्थान हाउस में ठहरने की सुविधा दी
- स्वतंत्रता सैनानियों के साथ एक परिवारजन या एक सहयोगी को भी यह सुविधा मिलेगी.
- यात्रा करने पर माह विशेष में 3 दिन तथा माह विशेष में 5 दिन तक यह सुविधा मिल सकेगी.
- राजकीय कैटेगरी ग्रुप 1 की दर पर आवास, भोजनादि की सुविधा मिल सकेगी.
- वाहन चालक साथ होने पर उन्हें भी इसी दर पर भोजन, आवास की सुविधा मिलेगी.
- सीएम ने बजट में की थी घोषणा, 14 अगस्त 2019 को आदेश जारी कर इसे पूरा किया.
- राज्य के परीक्षार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुंबई जाने पर राजस्थान भवन वाशी में रियायती दर पर आवास, भोजन की मिल सकेगी सुविधा.
- परीक्षार्थियों को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा.
- परीक्षा से एक दिन पहले और एक दिन बाद तक यह सुविधा देने के आदेश सरकार ने 14 अगस्त को जारी किए.
- मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा की थी.
- मुख्यमंत्री ने बजट में इसकी घोषणा की थी.
गहलोत सरकार ने बजट पेश करते हुए पूर्ववर्ती सरकार पर शायरी के जरिए तंज कसा था. गहलोत ने कहा था उनके बेवजह, बे बजट, फिजूलखर्ची के बहुत किस्से हैं, लगता है इस बेपटरी गांड़ी को ठीक करना मेरे ही हिस्से हैं. इसके साथ ही उन्होंने आर्थिक स्थिति हालातों पर चिंता जताई थी. इसके बाजजूद उन्होंने सभी को राहत प्रदान की.गहलोत ने अपनी बजट भाषण की पंक्तियों को ध्यान पर रखकर इन पर काम किया और इन्हें पूरा किया
क्या कहा था गहलोत ने
उड़ने के लिए पंख ही नहीं, जज्बा जरूरी है.
विकास के लिए साधन ही नहीं, हिम्मत और विश्वास भी जरूरी है.