जिसको अनेक बार अनेक महात्माओं ने अपने ओर अपने पंथ को युगावतार बताने में उपयोग किया,जो बिल्कुल भी सत्य नहीं गया और ऐसे ही अनेक ज्योतिषियों ने बड़े प्रसिद्ध राजनेताओं को महामानव बताने को उपयोग किया,जिसकी सत्यता में कोई सत्यता नहीं है।
अब इस बात की प्रामाणिकता इसी बात से सिद्ध हो जाती है कि,14 दिसम्बर 1503 को जन्मे नेस्ट्रोडम्स की भविष्यवाणी करने की अद्धभुत शक्ति के बढ़ाने के विषय मे है कि,इन्हें ये शक्ति बचपन से नही थी,बल्कि इनकी पत्नी बच्चे प्लेग में मर जाने पर,इनके जीवन मे दुखद एकांत के आने पर ही,इन्हें भविष्य जानने की गहन जिज्ञासा के चलते एक अच्छी उम्र 38 साल की उम्र में सन 1542 से 1557 में जाकर मिश्र देश की कोई रहस्यमयी तंत्र विद्या की पुस्तक पढ़ने और उसमे बताये गए अभ्यास से आई।ये चार घण्टे से अधिक नही सोते थे,सप्ताह में दो व्रत रखते थे,अपनी आमदनी का अधिकतर पैसा गरीबो में बांट देते थे,ये कट्टर कैथोलिक ईसाई थे,ओर ये सन 1 जुलाई सन 1566 शाम को अपनी म्रत्यु की भविष्यवाणी के अनुसार म्रत्यु को प्राप्त हुए,कितनी हैरत की बात है कि दूसरों के जन्म भविष्य म्रत्यु की सही तिथि बताने वाले ने खुद अपने,अगले जन्म के विषय मे की,न तब ओर न आगे,की मैं ये बनुगा, आदि कोई भविष्यवाणी नही की थी।
तब ठीक यही प्रश्न उठता है कि,जब इन्हें वर्तमान के साथ लगभग 3 हजार साल देखने की भविष्य दृष्टि मिली,तभी इन्हें स्वभाविक भूतकाल देखने की शक्ति भी मिली होगी,तब उन्हें ईश्वर के द्धारा मनुष्य के जन्म के सम्बन्ध से लेकर अपने या अन्य धर्म के फाउंडर्स के जन्म की सही जन्मतिथि आदि को लेकर भी भूतकाल का सच्चा ज्ञान मिला होगा,ओर ये पृथ्वी पर सात आश्चर्य पिरामिड आदि कैसे ओर किसने बनाये,ये भी मिला होगा,मानो नहीं भी मिला,यो भी एक ज्ञानी को ये सब सबसे पहले जानने की इच्छा होती ही है,ओर सबकी नही तो मै खुद नेत्रोदमस भी क्या मूसा या ईसा मसीह के काल मे जन्म था या नहीं ओर वहां कहां था और मेरे अंदर ये विश्व प्रसिद्ध करने की भविष्य देखने की शक्ति क्या अभी आयी या ये पहले भी जन्मों में थी,तब मैं कोन था?ऐसे प्रश्नों का उत्तर तो नेचुरल ही आता और पाता है,तब उसका तो कोई उल्लेख इन्होंने उस काल मे किया और न कभी आगे अपने सेंचुरी पुस्तक में किया है
।इसे भविष्य का लिखने बताने से समाज को क्या फायदा,जिसमे उस समाज के प्रारम्भ का ही ज्ञान नहीं हो,उस समाज के सच्चे पैगम्बर भगवान और उसके जन्मतिथि या समय आदि को लेकर जो अज्ञान फैलकर बहुत बड़ा नरसंहार हो रहा व होगा,उस सबको कैसे रोके?
ऐसी अनगिनत बातों से पता चलता है,की ये अपने काल के अच्छे ज्योतिषी थे और इनकी अनेक भविष्यवाणियां सही गयी,पर आगामी भविष्यवाणी सही होंगी,वो सब एक लोगो का अपने को विद्धान बनने का ओर अपने राजनीतिक स्तर पर, व सामाजिक स्तर पर महान व्यक्तित्त्व को सिद्ध करने का एक बहुत ही भयंकर झूँठा प्रपंच है।
जैसे हमारे देश मे मोदी जी को नेस्ट्रेडम्स की भविष्यवाणियों में सदी पुरुष बनाकर महान पेश किया गया है,मोदी जी महान है।लेकिन नेस्ट्रेडम्स की झूठी भविष्यवाणियों के अनुसार नहीं।नेस्ट्रोडम्स की समय पर की गई अपनी सेंचुरी पुस्तक के 75 वीं चौपाई में कल्कि अवतार पैदा होने की ओर एक महान युगपरिवर्तक नेता भारत मे जन्मेगा ओर सन 90 से अभी तक अनेक की बताई विश्व युद्ध की भविष्यवाणी ओर प्रलय आएगी,सब झूंट गयी है। ये एक ज्योतिष को रखकर नेस्ट्रोडम्स को महान बनाने का प्रपंच ही सिद्ध हुआ।मेरा यहां सही ज्ञान को जनवाने का ये प्रयास है,की अपने को जानो,अपना ध्यान करो और सच्चाई को तर्क विवेक से समझो ओर अपनाओ ओर सुखी रहो, इसी के साथ फिर एक नए विषय पर सत्संग चर्चा करूँगा।
स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
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