यूपी नगर निकाय चुनाव कल बुधवार शाम छिटपुट घटनाओं के साथ सम्पन्न हो गए। तीन दौर में हुए यूपी नगर निकाय चुनावों में ईवीएम और बैलेट पेपर का इस्तेमाल हुआ। इस बार 2012 के मुकाबले मतदाताओं का उत्साह चुनावों के प्रति कम रहा।
तीसरे एवं अंतिम दौर के चुनाव में 26 जिलों में हुए चुनाव में 58.65 फीसदी मतदान हुआ। 2012 निकाय चुनाव की तुलना में 7.08 फीसदी की बढ़त है।
आखिरी दौर में कानपुर देहात में सर्वाधिक 73.46 प्रतिशत और मुरादाबाद में सबसे कम 48.47 फीसदी मतदान हुआ। अंतिम दौर में भी नगर पंचायतों के मतदाताओं ने नगर निगमों के मतदाताओं को आईना दिखाया और जमकर मतदान किया। अब सबकी नजरें शुक्रवार को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं।
बरेली, झांसी, सहारनपुर, मुरादाबाद और फिरोजाबाद नगर निगम के साथ 76 नगर पालिका परिषदों और 152 पंचायतों में मतदान हुआ।
नगर निगम क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुबह से ही भीड़ कम रही, लेकिन नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत चुनाव के मतदान केंद्रों पर मतदाताओं में उत्साह दिखा। राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों व कार्यकर्ताओं के साथ निर्दलीय प्रत्याशी व उनके समर्थकों ने भी मतदाताओं को घर से बूथ तक लाकर मतदान कराने के लिए हरसंभव कोशिश की। कई मतदान केंद्रों के बाहर शांति व्यवस्था बनाने और प्रत्याशियों व समर्थकों के बीच टकराव रोकने के लिए पुलिस को मशक्कत भी करनी पड़ी।
सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, मुरादाबाद, संभल, बरेली, एटा, फिरोजाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, झांसी, महोबा, फतेहपुर, रायबरेली, सीतापुर, लखीमपुर, बाराबंकी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, मऊ, चंदौली, जौनपुर और मिर्जापुर।