भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है जिससे कि वोटर्स को लुभाया जा सके। मुसलमानों में पैंठ बनाने के लिए इसी की कड़ी में मोहसिन रज़ा को एकमात्र मुस्लिम मंत्री बनाया गया, लेकिन उनके ऊपर वक़्फ़ बोर्ड की जमीन हड़पने का आरोप लगा।
भाजपा इस वक़्त बेदाग छवि को बनाये रखना चाहती है, ईमानदार और मेहनती नेताओं को अपने साथ में लेकर चलना चाहती है।
आपको बता दें कि यूपी में जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार होंने वाला है और लखनऊ के सैय्यद मज़हर अब्बास रिज़वी योगी सरकार के संभावितों की लिस्ट में बताए जा रहे हैं।
कौन हैं मज़हर अब्बास रिज़वी?
मज़हर अब्बास रिज़वी ने यूपी में बहुत सारे मुसलमानों को जोड़ने का काम किया है और वो इस वक़्त मुसलमानों के बीच बड़े ही लोकप्रिय नेता बन गए हैं। ये वहीं हैं जिन्होंने लखनऊ में मुसलमानों के बीच देश की शान में तिरंगा यात्रा निकाली और वंदेमातरम गाया।
मज़हर अब्बास न सिर्फ मुस्लिमों में ही प्रसिद्ध हैं बल्कि दलित एवं पिछड़ी जाति वाले लोग भी इनकी बातों को मानते हैं।
अगर सूत्रों की मानें तो सैय्यद मज़हर अब्बास रिज़वी को एक बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। उन्हें योगी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि यूपी में मुस्लिम वोटर बीजेपी को खुलकर वोट करें और ज्यादा से ज्यादा संख्या में भाजपा का हिस्सा बनें इसके लिए मज़हर अब्बास रिज़वी के नाम का सबसे आसान रास्ता नज़र आता है। भाजपा में और भी कुछ मुस्लिम नेता हैं लेकिन वो अभी तक पार्टी में अपनी साख नही बना पाए हैं मज़हर अब्बास को गृहमंत्री राजनाथ सिंह और सांसद कौशल किशोर का सबसे करीबी नेता बताया जाता है। और इनके नाम की सिफ़ारिश भाजपा के कई बड़े नेता कर चुके हैं।
इसके अलावा कुछ दलित और पिछड़ी जातियों के नेताओं को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
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ख़बर 24 एक्सप्रेस