भाजपा पूरे देश में अपना परचम फहराना चाहती है, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, उत्तराखंड, गोवा, उत्तरप्रदेश, बिहार के बाद शाह का प्लान अब साउथ की राजनीति पर है।
बिहार में सरकार बनाने के बाद अब बीजेपी ने अपना पूरा ध्यान तमिलनाडु की ओर केंद्रित कर दिया है। तमिलनाडु में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी कम से कम 120 सीटें जीतना चाहती है, ताकि राज्य में उसकी पैठ बन सके। राज्य के दो कद्दावर नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री रहे एम करुणानिधि के बीमारी के चलते राजनीति से रिटायरमेंट लेने पर और जयललिता के निधन के बाद से ऐसा कोई नेता नहीं है जिसकी पूरे राज्य में जनता के बीच अच्छी पकड़ हो। ऐसे में भाजपा का प्लान है कि वो ज्यादा से ज्यादा सीटें जीते। 2016 के विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक नई रणनीति तैयार की है।
पार्टी राज्य में लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए विस्तारक कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें फिलहाल 10 हजार पार्टी कार्यकर्ता पार्टी की मेंबरशिप बढ़ा रहे हैं। 5 हजार अन्य कार्यकर्ता बदलाव लाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं। राज्य में पार्टी की संभावनाओं को तलाशने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 22, 23 अगस्त को दौरा करेंगे। शाह राज्य के ओबीसी नेताओं से मिलेंगे। शाह का गेम प्लान कांग्रेस के साथ-साथ डीएमके को भी बाहर करने का है जो राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के बाद से खाली हो गया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष टी. सौंदराराजन ने बताया कि हमने ऐसे 120 चुनावी क्षेत्रों की पहचान की है, जहां हमारी पार्टी ने बीते कुछ सालों में सुधार किया है। पार्टी की बुनियाद को मजबूती देने के लिए फुल टाइम मेंबर्स भी लगाए गए हैं। वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद एल. गणेशन ने बताया, अमित शाह का दौरा पार्टी कार्यकर्ताओं को 2019 आम चुनाव के लिए तैयार करने के लिए है। उन्होंने कहा बीजेपी किसी दूसरी पार्टी की कमजोरियों पर निर्भर नहीं है। हमारी पार्टी के आधार का विस्तार हुआ है। सूत्रों के मुताबिक शाह के तमिलनाडु आने पर कुछ चौंकाने वाली घोषणाएं भी की जा सकती हैं।