यूपी में गुंडाराज किस कदर पैर पसार रहा है वो आये दिन सुनने में आ रहा है। पहले हिन्दू मुसलमानों के झगड़े खूब सुनने को मिलते थे अब हिन्दू बनाम दलित हो गया है।
दलितों पर ऊंची जाति वाले लोगों का जबर्दस्त कहर टूट रहा है। पहले सहारनपुर इसकी आग में जला और अब धीरे-धीरे पूरा यूपी जल रहा है। योगी प्रशासन इनको रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है।
सुल्तानपुर के रामनाथ का पुरवा गांव में शुक्रवार की दोपहर दबंग ब्राह्मणों ने एक दलित के कुनबे पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। घर में मौजूद परिवार के मुखिया, बहू-बेटे और पत्नी की दबंगों ने जमकर पिटाई की।
सूचना के बाद पहुंची यूपी 100 ने घायलों को 108 एंबुलेंस से सीएचसी पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने परिवार के मुखिया को मृत घोषित कर दिया। बहू-बेटे व पत्नी की हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने पुलिस की दो टीमें की गठित है। मृतक के बेटे की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।
जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के रामनाथ का पुरवा गांव निवासी दलित रामजीत (45) पुत्र बसेनू के घर पर शुक्रवार की दोपहर बाद करीब दो बजे गांव के ही कुछ लोगों ने लाठी-डंडे से लैस होकर हमला कर दिया। रामजीत के घर में जो भी मिला उसे जमकर पीटा। गुंडों ने गर्भवती महिला पर भी रहम नहीं किया, उस मासूम की भी जमकर पिटाई की। हमला करने के बाद गुंडे फरार हो गए। पूरा गाँव तमाशा बना देखता रहा लेकिन इस परिवार को दबंगों के चंगुल से बचाने के लिए कोई सामने नहीं आया जबकि हमला करने वाले गुंडे कहीं बाहर के नहीं उसी गाँव के दबंग थे।
आपको बता दें कि गुंडों द्वारा पिटाई से रामजीत, पत्नी सुमित्रा (42), बेटा मंजीत (25) व गर्भवती बहू अंतिमा (20) पत्नी मंजीत गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावरों के जाने के बाद हिम्मत जुटाकर रामजीत के घर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना यूपी 100 को दी। सूचना के बाद पहुंची यूपी 100 ने 108 एंबुलेंस को बुलाकर सभी को सीएचसी जयसिंहपुर भेजा।
सीएचसी पर चिकित्सकों ने रामजीत को मृत घोषित कर दिया जबकि मंजीत, बहू अंतिमा और पत्नी सुमित्रा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एएसपी सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि घटना के पीछे प्रतिशोध का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस अधीक्षक अमित वर्मा ने बताया कि एएसपी सूर्यकांत त्रिपाठी को घटना स्थल पर जांच के लिए भेजा गया है।
आपको बता दें कि यूपी में जब से योगी मुख्यमंत्री बनें हैं यूपी दंगों की और गुंडागर्दी की और चपेट में आ गया है। सहारनपुर में जो दलितों के साथ हुआ वो इससे पहले ही शायद हुआ हो। ऊपर की तस्वीर सहारनपुर की तस्वीर बयाँ कर रही है एक तरफ बेबस पुलिस है, दूसरी ओर गुंडे ओर तीसरी तस्वीर में दलितों के कटे फटे मृत पड़े शरीर।
पूरा यूपी दंगों ओर गुंडागर्दी की चपेट में हैं और योगी बेहतर प्रशासन की बात कर रहे हैं।
सुल्तानपुर में जो दबंगों ने दलित परिवार के साथ किया अब इसकी भरपाई क्या हो पाएगी। परिवार के मुखिया की मौत। गर्भवती महिला की गंभीर पिटाई, क्या इन सबसे योगी सरकार चेतेगी?
अब आपको बता दें कि मामला क्या था। मामला छेड़छाड़ ओर मारपीट से शुरू हुआ बताया जा रहा है। दबंगों में से एक नए दलित परिवार की लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी। जिसकी तरहीर दलित परिवार में थाने में दी लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नही की जिसका खामियाजा पूरे परिवार को भुगतना पड़ा।अब पुलिस पर सीधे-सीधे आरोप लग रहे हैं कि दलित और ब्राह्मण पक्ष के बीच मारपीट व छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया था तो पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की, इसकी भी जांच की जा रही है।