वीवीआईपी डिजिट के मोबाइल सिम नंबर की बिक्री के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। एक ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर की ओर से इस बारे में केस दर्ज कराया गया है। आरोपियों ने सिम उपलब्ध कराने के बहाने करीब 4 लाख रुपये अपने अकाउंट में डलवा लिए। उसके बाद आरोपियों का फोन वॉयस मोड पर जाने लगा। बार-बार कॉल करने पर जब सिम हासिल नहीं हुआ तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने इस बाबत लिखित शिकायत मौर्या एन्क्लेव थाने में दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अफसरों के मुताबिक, गोपाल कृष्ण गोस्वामी परिवार के साथ पीतमपुरा में रहते हैं। वह गार्मेंट्स के कई प्रॉडक्ट बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर हैं। उन्होंने पुलिस को बयान दिया कि उनके पास अनजान नंबर से मैसेज आया, जिसमें वीवीआईपी नंबरों वाली सिम सेल का जिक्र था। आकर्षक नंबर देखकर मैसेज के नीचे दिए गए नंबर पर उन्होंने कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।
उसके बाद रात में उसी नंबर से कॉल आई। वीवीआईपी नंबर से जुड़ी बातचीत के बाद उन्होंने एक नंबर सिलेक्ट किया, जिसकी कीमत 90 हजार रुपये तय हुई। कॉलर ने अपना नाम सुरेश गोलचा बताया और कहा कि वह मुंबई में रहता है। आरोपी ने दावा कि वह दो वीवीआईपी नंबर सिलेक्ट कर लें, उनके सिम नजदीकी स्टोर से उपलब्ध करा देगा। उसने दिल्ली के कई नामी लोगों का हवाला देकर कहा कि उन्हें भी वीवीआईपी नंबर उसी ने अलॉट कराए हैं। गोपाल ने अपने एक मित्र से संपर्क साधा। उनके मित्र ने सिम खरीदने की हामी भर दी।
डायरेक्टर ने कहा कि करीब 4 लाख रुपये में डील फाइनल हुई। उन्होंने पेमेंट का जरिया पूछा तो आरोपियों ने एक बैंक अकाउंट नंबर दिया। उन्होंने रकम उस अकाउंट में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद उनका ड्राइवर एक नजदीकी स्टोर पर पहुंचा, जहां से उसने सुरेश गोलचा नामक शख्स से सिम के बाबत बात कराई। कुछ देर में दो सिम मिले, जो कई दिन गुजर जाने के बाद भी एक्टिवेट नहीं हुए। इस बीच उन्होंने लगातार आरोपी के नंबर पर कॉल किया, लेकिन वॉयस मोड पर शो करने लगा। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने केस दर्ज करा दिया।
Discover more from Khabar 24 Express Indias Leading News Network, Khabar 24 Express Live TV shows, Latest News, Breaking News in Hindi, Daily News, News Headlines
Subscribe to get the latest posts sent to your email.