लगातार बारिश की वजह से मानपुर से जक्के मार्ग पर भादूर-जक्के पुल बाढ़ में बह गया है। इससे जक्के का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। मानपुर से महज 17 किलोमीटर दूर पर जक्के जाने वाले मार्ग में बना पुल ढह गया है। इससे यहां से यातायात पूरी तरह प्रभावित है।
मिली जानकारी अनुसार यह पुल मंगलवार को ही क्षतिग्रस्त हो गई थी। इससे दोनों तरफ रातभर ग्रामीण और मवेशी फंसे रहे। ग्रामीणों ने बताया कि इस पुल का निर्माण वन विभाग द्वारा कराया गया है, जिसका निर्माण वर्ष 2014 में 48 की लाख की लागत से किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि इस पुलिया निर्माण के समय शासन के मापदंडों का ध्यान नहीं रखा गया और गुणवक्ताहीन पुल का निर्माण कार्य एजेंसी वन विभाग द्वारा करवा दिया गया, जिसके कारण मंगलवार के दिन पुलिया पूरी तरह ढह गई।
बताया गया कि इस पुलिया से पानी बहकर बोरिया नदी में जाता है। इस पुल में पल्लेमाड़ी, डुलकी माइंस और कमकासुर एवं कोसमी इन सभी जगहों के पानी का बहाव इस पुलिया से होता है। इसे देखते हुए यहां पुलिया का निर्माण किया गया था। लेकिन यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। पांच साल में ही पुलिया बीच से बह गया है। इसके अलावा इस मार्ग में वन विभाग द्वारा चार पुल का निर्माण कराया गया है, उसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
48 लाख रुपए की लागत से बनी है पुलिया महज़ पांच साल में बह गई।
पुलिया ढहने की जानकारी मिलने के बाद मोहला मानपूर विधायक प्रभारी तहसीलदार के साथ मौके पर पहुंचे एंव ग्रामीणो से भेंटकर जानकारी प्राप्त की।
राजनांदगांव से खबर 24 एक्सप्रेस के लिए के.एस ठाकुर की रिपोर्ट