2011 से बन रहे देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन पीएम मोदी ने आज किया। यह पुल असम में भ्रह्मपुत्र नदी पर बना है ।
आपको बता दें इस पुल को बनाना एक बड़ी चुनौती थी। नदी में कभी तेज़ बहाव तो कभी पानी का लेवल बढ़ जाना ये सारी चुनौतियाँ पुल बनाने में बाधक बन रही थीं, लेकिन बाबजूद इसके भारतीय इंजीनियरिंग के इस बेहतरीन उदाहरण को पूरा कर लिया गया।
और वहीँ पीएम मोदी सरकार ने आज यानि 26 मई को सत्ता में अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं। इस मौके पर मोदी सरकार ने देश को सबसे लंबे पुल का तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में ब्रह्मपुत्र नदी पर देश के सबसे बड़े पुल ढोला-सादिया का उद्घाटन किया है।
देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी असम के तिनसुकिया में जनता को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अनेक वर्षों से जिसकी प्रतीक्षा कर रहे थे उस पुल की शुरुआत हो गई है। मोदी ने कहा कि आज उत्सव मनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच दशक से आप जिसका इंतजार कर रहे थे वो ब्रिज आपको मिल गया है। पीएम मोदी बोले की इससे समय और खर्च में बचत होगी। डीजत की बचत होने से रोजाना साामान्य नागरिकों का 10 लाख रुपये बच सकेंगे। इस बीच पीएम मोदी ने इस लंबे पुल को नाम भी दे दिया।
उन्होंने कहा कि महापुरुष भूपेन हजारिका के नाम से ढोला-सादिया पुल पहचाना जाएगा। पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर देश में अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार होती तो ये तोहफा देश को पिछले 10 साल पहले ही मिल गया होता।
पीएम मोदी के साथ असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद हैं। खास बात है कि पीएम मोदी प्रोटोकॉल को तोड़कर पुल पर पैदल ही चल दिए।
बता दें कि 1000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पुल से करीब 5 घंटे का सफर कम हो सकेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 9.15 किलोमीटर लंबे ढोला-सादिया पुल को 8.03 की तीव्रता से आए भूकंप से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
इससे पहले असम पहुंचने और वहां के लोगों से जुड़ने को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट करके खुशी जाहिर की थी। उन्होंने लिखा कि मैं जल्द ही असम में कई प्रोग्राम करुंगा और मुझे इंतजार है कि कब मैं वहां के लोगों को संबोधित कर पाउंगा। उन्होंने आगे कहा कि दो बड़े प्रोजेक्ट्स एम्स और एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना भी की जाएगी।
असम के मुख्यमंत्री सरबानंद सोनोवाल के मीडिया सलाहकार ऋषिकेश गोस्वामी ने कहा कि पीएम ने हमेशा पूर्वोत्तर के राज्यों को अष्टलक्ष्मी की संज्ञा दी है। गोस्वामी ने ये भी बताया कि इस मौके पर पीएम धौला-सादिया पुल का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वो गुवाहटी के नजदीक चंगसरी में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की नींव भी रखेंगे। गोगामुख में इंडियन काउंसिल ऑफ रिसर्च प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी पीएम के हाथों होगा।
मुख्यमंत्री सोनोवाल ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें धौला-सादिया ब्रिज के उद्घाटन और नवंबर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए निमंत्रण दिया था। इसके साथ ही इससे इस क्षेत्र में बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा भी होगी।
पीएम मोदी ने असम में भाजपा सरकार का एक साल पूरा होने पर इस कार्यक्रम में भागीदारी की पुष्टि कर दी है। जिसके बाद सोनोवाल ने कहा कि ये पीएम मोदी और एनडीए सरकार द्वारा पूर्वोत्तर को दिया गया महत्व है।
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