पूर्णिमाँ माता जिनका नाम लेने भर से मन को शांति मिलती है। माँ पूर्णिमाँ करुणा की देवी हैं। माँ पूर्णिमाँ देवी की मूर्ती स्थापित कर विधिवत पूजा से सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। माता पूर्णिमाँ देवी की चमत्कारिक मूर्ती केवल श्री सत्य ॐ सिद्धाश्रम बुलंदशहर में मिलती है। …
Read More »किस उंगली पर करें मंत्र जप, क्या होता है इसका मतलब और लाभ? बता रहे हैं सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
अपने ईश्वर के निकटतम जाने के लिए, अपनी मनोकामनाओं की पूर्ती के लिए, आत्मसुद्धि, आत्मा की शांति, दुखों से मुक्ति, रोगों से मुक्ति, स्वस्थ जीवन इत्यादि के लिए हम अपने ईष्ट प्रभु के मंत्रों का जप करते हैं। कहते हैं मंत्र जपने से सभी संकट दूर हो जाते हैं। सद्गुरु …
Read More »18 फरवरी रामकृष्ण परमहंस के जन्मोत्सव पर सत्यास्मि मिशन की ओर से सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज शुभकामनाओं सहित महत्वपूर्ण संदेश दे रहे हैं
18 फ़रवरी को श्री रामकृष्ण परमहंस के जन्मोउत्सव पर स्त्री शक्ति गुरु भैरवी ब्राह्मणी और रामकृष्ण की प्रकर्ति साधना के विषय में साधनगत प्रकाश डालते हुए सत्यास्मि मिशन की और से स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी शुभकामनाएं देते कहते हैं कि… श्री रामकृष्ण परमहंस और उनके शिष्य विवेकानंद व् रामकृष्ण मिशन …
Read More »सूर्यदेव, एक साक्षात देवता, जिनके दर्शन से हो जाता है जग रोशन, सूर्यदेव की उपासना, स्तुति, महिमा बता रहे हैं सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज
माघ माह में सूर्यदेव के विषय में और स्वरचित सूर्यदेव स्तुति आदि विषय पर बताते हुए स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते हैं कि.. सूर्य देव की उपासना वेदिक काल से सर्वत्र भारत में प्रचलित रही और पहले केवल मंत्रो और स्तुतियों आदि के रूप में थी।आगे चलकर ये मन्दिर और …
Read More »वेलेंटाइन वीक का आखिरी और मुख्य दिन, वेलेंटाइन डे, प्रेमा भक्ति की भारतीय संस्कृति की व्याख्या करते हुए सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
आज वेलेंटाइन वीक का आखिरी दिन यानि मुख्य दिन वेलेंटाइन डे है। फरवरी के दूसरे हफ्ते 7 फरवरी से शुरू होकर 14 फरवरी को मुख्य दिन वेलेंटाइन डे पर प्यार के दिनों का सफर शुरू हो जाता है। यानि इसके बाद न जाने कितने लोगों को उनका हमसफर मिल जाता …
Read More »सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज की संस्था “सत्यास्मि मिशन” की तरफ से कुम्भ में सरस्वती पूजा पर स्त्री शक्ति का शाही स्नान
सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज की संस्था “सत्यास्मि मिशन” का कुम्भ में जोरदार आगमन हुआ। पहली बार कुम्भ में सत्यास्मि मिशन की तरफ से स्त्री शक्ति का यह पहला शाही स्नान था। सभी में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। परम पूजनीय सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज के आशीर्वाद …
Read More »माँ पूर्णिमाँ देवी और माँ सरस्वती की पूजा का बसंत पंचमी में क्या है महत्व? क्यों मनाई जाती है बसंत पंचम? इसके महत्व व शुभ मुहर्त को बता रहे हैं सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
कल 10 फरवरी को बसंत पंचमी का दिन है। यानि सरस्वती पूजा का दिन। उत्तरभारतीय इस दिन को मानते हैं। नेपाल, बांग्लादेश, बिहार, बंगाल, उड़ीसा में इस दिन का विशेष महत्व है। यहां बड़ी संख्या में लोग सरस्वती पूजा करते हैं। श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज द्वारा रचित पूर्णिमाँ …
Read More »वेलेंटाइन वीक का तीसरा दिन – चॉकलेट डे, क्या है इसका भारतीय सांस्कृतिक महत्व? बता रहे हैं स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
वेलेंटाईन सप्ताह में तीसरा दिन होता है,चॉकलेट डे। जिस प्रकार हमारे यहाँ रिश्ते सगाई और विवाह और वधु के आवागमन आदि के महूर्त है,ठीक ऐसा ही ये भी सामाजिक रूप से व्यक्तिगत प्रेम की अभिव्यक्ति करने का साप्ताहिक महूर्त है,अन्यथा सभी दिन भगवान के है,और ये विशेष दिन भी किसी …
Read More »वेलेंटाइन सप्ताह का दूसरा दिन : प्रपोज डे यानि भावनाओं को इजहार करने का दिन, क्या यही दिव्य प्रेम है? बात रहें हैं स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
वेलेंटाईन सप्ताह में दूसरा दिन होता है, प्रपोज डे यानि इजहार या अपनी मनोभावना की प्रस्तुति करनी और वेलेंटाइन का अर्थ है-शुभत्त्व प्रेम का चरम!! यानि दिव्य प्रेम का चर्मोउत्कृष्!! जैसे-भारतीय भक्ति योग में 9 महाभाव है,जिन्हें नवधा भक्ति कहते है।ये पाश्चात्य संस्कर्ति में भी “सप्ता भक्ति” कहलाती है।और वे …
Read More »वेलेंटाइन का सच्चा इतिहास, क्या है इस दिन का महत्व? क्यों मनाया जाता है यह दिन? इसका सच्चा इतिहास बता रहे हैं महायोगी स्वामी सत्येन्द्र जी
वेलेंटाइन का सच्चा इतिहास…बता और अपनी “एक एक प्यार ए सफर” कविता से इसका प्रेम पक्ष को अपने शब्दों से परिपूर्ण भी कर रहें हैं- स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी.. ऐसा माना जाता है कि वेलेंटाइन-डे मूल रूप से संत वेलेंटाइन के नाम पर रखा गया है। परंतु सैंट वेलेंटाइन के …
Read More »किस उंगली में पहने कछए की अंगूठी? इस अंगूठी धारण करने के क्या हैं लाभ? क्या ग्रहों की शांति के लिए कछए की अंगूठी है चमत्कारिक : बता रहे हैं – सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
ख़बर 24 एक्सप्रेस को देखने वाले, पढ़ने वाले सभी लोगों ने हमसे कछवे की अंगूठी के बारे में जानना चाहा था। इसीलिए अब आज सिर्फ आपकी फरमाइश पर सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज इस अंगूठी के चमत्कारों को बता रहे हैं। किस ऊँगली में कछुवे की अंगूठी पहने? कैसे पाये …
Read More »5 फरवरी से 14 फरवरी, “गुप्त पूर्णिमाँ नवरात्रि”, क्या है इनका धार्मिक महत्व? और कैसे माँ पूर्णिमाँ करती हैं मनोकामनाओं को पूर्ण? बता रहे हैं-सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
5 फरवरी 2019 से गुप्त पूर्णिमाँ नवरात्रि प्रारंभ हो रही हैं। “पूर्णिमाँ पुराण” में इन दोनों का विशेष महत्व बताया गया है। सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज ने इस पवित्र पूर्णिमाँ पुराण की रचना की है। 5 फ़रवरी से 14 फ़रवरी 2019 की अंतिम माघ की “गुप्त पूर्णिमाँ नवरात्रि” …
Read More »7 फरवरी से 14 फरवरी का प्रेम राशिफल, वैलेंटाइन वीक के लिए है सबसे महत्वपूर्ण, इसी हफ्ते शुक्र ने बदली है अपनी चाल, किसे मिलेगी अपनी महोब्बत? किसे मिलेगा प्यार? बता रहे हैं – श्री सत्यसाहिब स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
7 से 14 फ़रवरी का प्रेम राशिफल,यह सप्ताह वैलेंटाइन वीक के लिए विशेष महत्वपूर्ण होता है। इसी हफ्ते ही शुक्र ग्रह ने अपनी राशि बदली है। शुक्र ग्रह को इश्क़ मोहब्बत, प्यार,रोमांस,आर्कषण और दम्पात्य जीवन का स्वामी ग्रह माना जाता है। ऐसे में यह सप्ताह ज्योतिष ग्रहों के स्थिति से …
Read More »कुम्भ मेला में पहली बार सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी महाराज की संस्था सत्यास्मि मिशन, आइये थोड़ी भक्ति कर लें
सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज की संस्था पहली बार कुम्भ मेला के बड़े आयोजन में हिस्सा ले रही है। मेला प्राधिकरण ने सत्यास्मि मिशन को कुम्भ मेला सेक्टर 6 में जगह प्रदान की है। यहां “सत्यास्मि मिशन” नाम से स्वामी जी का आश्रम बना है। सद्गुरु स्वामी श्री सत्येन्द्र जी …
Read More »किन्नरों का अखाड़ा भी पुरुषवादी, न्यायालय के प्रमाण और ऐतिहासिक आधार पर बता रहे सद्गुरु स्वामी सत्येन्द्र जी महाराज
किन्नरो के अखाडा में भी एक पुरुषवादी अखाड़ा ही है,इस विषय में प्रमाण के साथ किन्नरों के ऐतिहासिक कथाओं के साथ न्यायालय के प्रमाण आदि के साथ बता रहें हैं-स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी… किन्नरों के प्रथम पूज्यदेव है-पांडु पुत्र अर्जुन,जो उर्वशी के शाप से ब्रह्नल्ला यानि किन्नर बने,पर ये एक …
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