18 दिसंबर, 2020 को संपूर्ण विश्व में ‘अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ (International Migrants Day) मनाया जाएगा। 4 दिसंबर, 2000 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष 18 दिसंबर को इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी।अपने देश से दूसरे देश …
Read More »अल्पसंख्यक दिवस Minorities Rights Day पर ज्ञान कविता इस दिवस पर अपनी ज्ञान कविता के माध्यम से स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,
18 दिसंबर को लगभग पूरी दुनियां अल्पसंख्यक अधिकार दिवस Minorities Rights Day के रूप में मनाती है। भारत में भी इसे पूरे प्रचार प्रसार के साथ मनाया जाता है और इस मौके पर अल्पसंख्यक आयोग समेत सभी सरकारी या गैरसरकारी संस्थाएं अलग-अलग कार्यक्रम करती हैं। यह दिन अल्पसंख्यक लोगों को …
Read More »विजय दिवस 16 दिसंबर पर ज्ञान कविता इस विजय दिवस पर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी अपनी विजयी घोष करते ज्ञान संग कविता में कहते है कि,,
विजय दिवस 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की विजय के कारण भारत भर में मनाया जाता है। इस विजयी युद्ध के अंत के बाद 93,000 पाकिस्तानी सेना में सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था।वर्ष 1971 के युद्ध में करीब 3,900 भारतीय सैनिक शहीद हो गए …
Read More »14 जनवरी 2021 तक रहेंगे सूर्य धनु राशि मे ओर फिर करेंगे मकर राशि में प्रवेश तब क्या प्रभाव होगा सभी 12 राशियों पर जाने,,बता रहें स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
अब 14 दिसंबर 2020 को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण के बाद सूर्यदेव कर्क लग्न में रात्रि 9 बजकर 31 मिनट पर वृश्चिक राशि को छोड़ कर देवगुरु बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करेंगे और 14 जनवरी 2021 की सुबह 8 बजकर 14 मिनट तक वहां धनु राशि में प्रभावी …
Read More »International Mountain Day हर साल 11 दिसंबर को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस मनाया जाता है
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस 2020 International Mountain Day 2020 के दिवस पर स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी अपनी ज्ञान कविता के माध्यम से बताते हैं, कि क्या है इस दिन का इतिहास, महत्व और इसका विषयसफेद बर्फ से ढके हिमालय से लेकर हरे-भरे पहाड़ों तक, हर पहाड़ अपने ही तरीके से विशेष …
Read More »12 दिसंबर अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता दिवस इस दिवस पर इस विषय के ज्ञान सहित अपनी कविता के माध्यम से स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,
12 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के मनाने के पीछे विश्व युद्ध और शान्ति के लिए एक आवश्यक नियम को अपनाया है कि,जो कहलाती है-निवारक कूटनीति जिसे निष्पक्षीय ओर तटस्थता नीति कहते है।इस निवारक कूटनीति के उपयोग को बढ़ावा देने का दिन, जो संयुक्त राष्ट्र …
Read More »अंतर्राष्टीय भ्रष्टाचार निरोधक दिवस पर ज्ञान कविता
अन्तरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवस हर 9 दिसम्बर को पूरे विश्व में मनाया जाता है। 31 अक्टूबर 2003 को संयुक्त राष्ट्र ने एक भ्रष्टाचार-निरोधी समझौता पारित किया था और तभी से यह दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाता है। ओर इस साल International Anti Corruption Day 2020 Theme इस साल की अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार …
Read More »सूर्य ग्रहण 14 दिसम्बर 2020 को जाने राहु का सूर्य पर किस प्रकार से ग्रहण योग बनकर मनुष्यों पर कैसे प्रभाव डालता है बता रहे है स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
इस साल 2020 के दिसंबर महीने में अंत मे सूर्य ग्रहण Last Solar Eclipse of 2020 होगा।।इस साल का ये सूर्य ग्रहण लगभग 5 घंटे तक चलेगा।ये सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर की शाम 07 बजकर 03 मिनट पर शुरू होकर और 15 दिसंबर की मध्यरात्रि 12:23 बजे को समाप्त हो …
Read More »प्रेम सम्बन्ध क्यों विफल हुए,क्यों चिंतन निदान बुद्धि है कुंद।ओर ध्यान के साथ पढ़े की क्या करें?सफल दिव्य प्रेम पाने को बता रहे है अपनी ज्ञान कविता के मध्यम से स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
क्या स्वर्ग में बनती है आपकी विवाहित जोड़ी,तो स्वर्ग में कैसे ओर किसने की आपके बेमेल विवाह की असफलता देने वाली प्लानिंग?आखिर इस संसार मे मनचाहा प्यार क्यो नही मिल पाता?ना प्रेम करने पर विवाह के रूप में सफलता और ना ही अरेंज मैरिज यानी परिवारिक सामाजिक जातिगत विवाह भी …
Read More »Dije डीजे मत बजाया कीजे-कविता National Pollution Prevention Day राष्टीय प्रदूषण दिवस पर अपनी कविता के माध्यम से जनसमाज संदेश देते स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,
धूम धूम भयंकर ध्वनिदिल दहलाती सबके।डीजे नाम मुसीबत जन्मीतीज त्योहार बज हर तबके।।बेस नाम कंपाती गूंजेदूर सदुर घर हिलाकर।नींद उचाटे सिर दर्द करतीमुहं से निकले गाली दिलकर।।बच्चे पढ़ नहीं पाते दिन मेंनहीं पढ़े रात इस शोर।कहे भी जाकर उस उत्सव मेंमचे विवाद बदले में जोर।।डॉक्टर प्रतिरोध करे नमरीज बढ़े घोर …
Read More »विश्व एड्स दिवस 2020 पर कविता इस दिवस पर अपने सामाजिक जागरूकता ज्ञान के साथ अपनी कविता के माध्यम से जनसंदेश देते स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी कहते है कि,
वर्ष 1988 में इस विश्व एड्स यानी एचआईवी दिवस के मनाने की शुरुवात की गई।वर्ष 1988 से 1 दिसंबर को हर साल इस महामारी से बचाव के समस्त उपायों के साथ जनजागरूकता देते हुए सम्पूर्ण विश्व भर में ये एड्स दिवस मनाया जाता है।जिसका उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार की …
Read More »कार्तिक पूर्णिमाँ 30 नवम्बर 2020 को गंग स्नान दीप दीपावली पर्व पर नियमों लॉकडाउन चलते कैसे पर्व मनाये बता रहें है स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
30 नवम्बर 2020 को कार्तिक पूर्णिमा देव दीपावली ओर गुरु नानक प्रकाशोत्सव है,ओर इस दिवस पर अनगिनत हिंदू भक्तजन अपने पितरों को गंगा जी या पवित्र नदियों में दीपदान करते मंत्रानुष्ठान भोज व भंडारे कराते आये है,पर इस बार कोरोना महामारी के प्रति लोगो मे जो परस्पर दूरी नहीं रखने …
Read More »कार्तिक पूर्णिमा योग ज्ञानकविता इस कार्तिक माह की महापुर्णिमा पर्व की महामहिमा पर अपनी ज्ञान कविता से बता रहें है स्वामी सत्येंद्र सत्यसाहिब जी
खिल उठा चंद्रमा निलंभरसोलह कला संग करता रास।बदल गया स्वरूप चन्द्र काबन ज्ञान पूर्णिमा कार्तिक मास।।दिव्य ओषधि रस नभ से टपकेचंद्र पूर्णिमा प्रेम ओस बनकर।जिस पर पड़ती अमृत सुख देतीहरती पीड़ा तन मन झरकर।।श्वेत रंग मिल निलवर्णीय आभाशुभ्र ज्योतिर्मयी कृपा जग दे।बनते सभी वृक्ष ओषधिस्फूर्ति जीव नव रग रग दे।।सत्य …
Read More »अंतर ओर बहिर शौच अर्थ इस अंतर बहिर शौच के विषय पर बता रहें है,अपनी क्रमबद्ध सत्संग ज्ञान कविता के माध्यम से स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
आत्मा की इच्छा मन हैओर मन के है दो भाग।अंतर नाम सूक्ष्म इच्छाबहिर नाम है स्थूल राग।।शौच कहे अनियम कोजिसे कहते आदत बुरी।असंतुलित जीवन बताये जोउस जीवन चले शौच नाम छुरी।।जैसे प्रातः सोता रहेओर जागे सारी रात।खाये भोजन चटपटाफिर पेट शौच पाये घात।।पानी पिये बहुत कमया पिये भोजन बीच।या डाल …
Read More »एक लक्ष्य यानी जीवन मिशन बता रहें है,किसी के जीवन में दिखाई दे रही वर्तमान की बुलंदियां,उसके अनगिनत जन्मों की तपस्या को एक ही लक्ष्य बनाकर रखते हुए अंत मे पाता है,यो इस सबको क्रमबद्ध रूप से अपनी कविता के माध्यम से स्वामी सत्येन्द्र सत्यसाहिब जी
जीवन स्वयं एक लक्ष्य हैजो पिछले जन्मों का है चिंतन।उसे बदलते कर्म पथ बनाछोटे से बड़े रूप कर मंथन।।ऐसा क्या करूँ मेरा नाम होयही पहली पनपती सोच।आगे बढ़ता उस राह परजिस पर होती इस सोच की पहुँच।।उसी पहुँच की प्राप्तिकरता ले हर सम्भव सहयोग।कभी हारता बाजी जीतकरकभी लक्ष्य से होता …
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