
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति,नई दिल्ली और गुरु गोविंद विश्व विद्यालय की संयुक्त पहल, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत,नवजीवन आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज,दाहोद में “स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी नायकों का योगदान” पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

गुरु गोविंद विश्वविद्यालय,गोधरा, कार्यक्रम की अध्यक्षता गुजरात सरकार के उच्च और तकनीकी शिक्षा और सांविधिक संसदीय मामलों के मंत्री प्रो.डॉ.कुबेरभाई डिंडोर उपस्थित रहे। सांसद एवं भारत सरकार के पूर्व मंत्री जसवंतसिंह भाभोर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। शिवगंगा संस्थान झाबुआ से राजा राम जी कटारा मुख्य अध्यक्ष के रूप में और NCST आयोग की ओर से आदित्य भारद्वाज भी उपस्थित रहे। गुरु गोविंद विश्वविद्यालय गोधरा के कुलाधिपति प्रतापसिंह चौहान भी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का शुभारंभ आदिवासी समाज के जननायकों की प्रदर्शनी के साथ आरम्भ किया गया । उसके बाद अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित किया और सेमिनार का उद्घाटन किया। NCST नई दिल्ली के संयोजक और एम.एस.डब्ल्यू कॉलेज नगराला के प्राचार्य डॉ.राजूभाई भूरिया ने कार्यकर्म का आयोजन किया। जिसके बाद अतिथियों को आदिवासी समाज की परंपरा के अनुसार फूल और स्मृति चिन्ह दिए गए। मुख्य वक्ता राजा रामजी कटारा ने जनजातीय समाज के लोक नायकों के इतिहास के बारे में बात की। उसके बाद आयोग से आए अधिकारी ने NCST आयोग के बारे में पूरी जानकारी दी।

दाहोद सांसद जसवंतसिंह भाभोर ने भी हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए अपना भाषण प्रस्तुत किया साथ ही आदिवासी योद्धाओं के बारे में इतिहास बताया। गुरु गोविंद विश्वविद्यालय गोधरा के कुलाधिपति प्रतापसिंह चौहान ने आदिवासी समाज के भुलाए गए नायकों इतिहास को उजागर करने के लिए विश्विद्यालय की ओर से आदिवासियों की इतिहास की पुस्तिकाएं हर एक कॉलेजेस में नि:शुल्क देने की घोषणा की।अंत में कार्यक्रम के अध्यक्ष डिंडोर साहेब ने मानगढ़ के इतिहास पर अपना भाषण प्रस्तुत किया। आयोग के परिचय के बीच में वृत्तचित्र के माध्यम से देखा गया। गढ़वी साहब द्वारा पूरे कार्यक्रम का सुचारू रूप से संचालन किया गया। और विधि के लिए धन्यवाद प्रो.महावीर डाभी साहेब द्वारा किया गया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम कार्यक्रम को पूर्ण किया गया।
ख़बर 24 एक्सप्रेस से जिला रिपोर्टर राजेश भाई भाभोर की रिपोर्ट