कोंडागांव जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर बसे ग्राम पंचायत कोकोडी में बन रहे मेडिकल वेस्ट प्लांट लगने के विरोध में ग्रामवाशियों ने मार्ग अवरुद्ध करके अपना विरोध प्रदर्शन करके किया।
वैसे तो मेडिवेस्ट वेस्ट प्लांट लगाने का विरोध ग्रामीणों द्वारा निरंतर मौखिक एवं लिखित रूप से उच्च अधिकारियों को और जनप्रतिनिधियों को दिया जाता रहा है, लेकिन ग्रामीणों की फरियाद की सुनवाई जिला प्रशासन के द्वारा नहीं होने के बाद अंततः आक्रोशित ग्रामवासी 18 अगस्त को सड़क पर उतरकर चक्का जाम के लिए मजबूर हो गए और जिला पप्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पूरी सड़क को जाम कर दिया।

ज्ञात हो कि जिला मुख्यालय कोण्डागांव से बडेकनेरा की ओर जाने वाले मार्ग पर लगभग 6 किमी दूर बसे ग्राम पंचायत कोकोडी के बस्ती के समीप मेडीकल वेस्ट प्लांट का निर्माण कार्य शुरू होते ही ग्रामवासियों को ज्ञात हुआ कि उक्त निर्माण कार्य विभिन्न अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के नष्ट हेतु बनाया जा रहा है। जैसे ही प्लांट निर्माण का उद्देश्य एवं उससे भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याओं की जानकारी ग्रामवासियों को लगी, वैसे ही ग्रामवासियों के द्वारा सबसे पहले अपने ग्राम पंचायत, फिर जनपद पंचायत, फिर जिला पंचायत कोण्डागांव, कलेक्टर कोण्डागांव को लिखित में आवेदन देकर मेडिकल वेस्ट के निर्माण पर रोक लगाने की मांग करते रहे, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी किसी भी तरह की कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई, जिसका परिणाम चक्का जाम के रुप में देखने को मिला।
कोकोडी, करंजी, बोलबोला, बडेबंजोडा आदि ग्रामों के ग्रामीणजन भी इस चक्का जाम में शामिल नजर आए। वहीं ग्रामीणजनों द्वारा चक्का जाम किए जाने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार, थाना प्रभारी कोण्डागांव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
बता दें कि चक्का जाम कर जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे ग्रामवासियों का कहना था कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे, वहीं ग्रामीण अपने नारे में यह कहते भी सुने गए कि कलेक्टर कोण्डागांव उनके आंदोलन स्थल पर पहुंचेंगे तभी वे अपने आंदोलन को खत्म करने या नहीं करने पर फैसला करेंगे।
कोंडागांव से ख़बर 24 एक्सप्रेस के लिए अमरेश झा की रिपोर्ट