यूपी के गोरखपुर में लगभग 35 बच्चों समेत कुल 65 मौतें हुई हैं और यूपी के मंत्री अजीब बयान देने में जुटे हुए हैं। सीएम योगी के शहर में हुईं मौतों से हर तरफ कोहराम मचा हुआ है तो वहीँ सरकार डेमेज कंट्रोल में लगी हुई है।
यूपी सरकार ने प्रेस कांफ्रेंस कर गोरखपुर में बच्चों की मौत पर अजीबो गरीब बयान दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का कहना है कि अगस्त महीने में हर साल बच्चों की मौत होती है। साल 2014 ,2015 में 500 से ज्यादा बच्चों की मौत हुई थी। लेकिन हम बच्चों की मौत को कम नहीं आंक रहे हैं। बता दें कि 6 दिन में 63 बच्चों की मौत हो चुकी है।
वहीं उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब दो दिन पहले अस्पताल का दौरा किया था तो उन्हें ऑक्सीजन को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई थी। स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि इस मामले में जो दोषी होगा उस पर जरूर कार्रवाई होगी।
फिलहाल बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल आर के मिश्रा को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है।स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई है,बच्चों की मौत अलग अलग कारणों से हुई है।
फिलहाल स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ताजा हालात सुधारने की कोशिश की जा रही है।मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी बनेगी जो मामले की जांच करेगी।हमें संवेदनशीलता बनाए रखनी है।