ग्रामीणों ने बच्चों के जूते चप्पल और साइकिल देखकर पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पद्मनाभपुर की पुलिस ने कुछ देर तक इंतजार किया, लेकिन जब बच्चे नहीं निकले तो गोताखोर बुलाकर बच्चों को बाहर निकाला गया।
जब तक बच्चों को तालाब से बाहर निकाला गया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। और दोनों बच्चे की मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने इसकी सूचना परिजनों को दी, दोनों बच्चों के परिजन भी घटना स्थल पर पहुंच गए।
एक साथ दो मासूम बच्चों की मौत की खबर से पूरा गांव सदमे में है। बताया जा रहा है कि बच्चे खेलते, खेलते तालाब के काफी अंदर तक पहुंच गए थे, बच्चों को तालाब की गहराई का अंदाजा नहीं हुआ।
घटना दुर्ग के पोटिया गाँव की है। दोनों बच्चे सुभाष नगर के अभिषेक यादव और आर्यन पारखे हैं। पद्मनाभपुर चौकी प्रभारी हर प्रसाद पांडेय के अनुसार पोटिया के माता तालाब के घाट में रविवार दोपहर दो बच्चों की साइकिल, जूते और कपड़े देखकर राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस को बच्चों के संबंध में कोई सुराग नहीं मिलने पर गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने करीब आधे घंटे की खोजबीन के बाद शव को पानी से बाहर निकाला। घटना के बाद से दोनों परिवार में मातम छाया हुआ है।
दुर्ग से खबर 24 एक्सप्रेस के लिए के.एस. ठाकुर की रिपोर्ट