यूपी के सीएम आदित्यनाथ ने केरल में हो रही बीफ पार्टी पर खुद को सेक्युलर कहने वाली पार्टियों को घेरा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जेएनयू और डीयू मामलों में बवाल करने वाले अब कहां हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा देश पूरी तरह से मजहबी और कॉन्वेंट शिक्षा की चपेट में है। किसानों और गरीबों के बच्चे जिन स्कूलों में पढ़ रहे हैं, उनमें बुनियादी सुविधा का जबर्दस्त अभाव है।
सीएम ने कहा, आए दिन अभिभावक मुझसे शिकायत कर रहे हैं कि कॉन्वेंट स्कूलों में न सिर्फ ज्यादा फीस वसूली जा रही है, बल्कि साल दर साल इसमें जबरदस्त बढ़ोत्तरी भी की जा रही है। बच्चों के भविष्य की वजह से इसे चुपचाप सहन कर रहे हैं।
योगी ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन जरूरी है। अगर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस बदलाव के लिए ठोस प्रस्ताव लेकर आएगा तो उसे जरूर लागू किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ रविवार को निरालानगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
जाति व धर्म के आधार पर देश को बांटने की हो रही साजिश
PC: amar ujala
सीएम ने कहा कि अगर आजादी के तत्काल बाद इस तरफ ध्यान दिया जाता तो आज यह स्थिति न होती। वामपंथियों और कांग्रेस की नेहरूवादी नीतियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ राष्ट्र विरोधी ताकतें लगातार समाज को जाति व धर्म के आधार पर बांटने की साजिश रच रही हैं।
इन ताकतों ने शिक्षा को भी अपनी साजिश का जरिया बना लिया। उन्होंने प्रदेश में एकसमान पाठ्यक्रम लागू करने का अपनी सरकार का संकल्प दोहराते हुए कहा कि इससे सामाजिक विषमता में कमी आएगी।
योगी ने कहा, स्वामी विवेकानंद कहा करते थे कि अगर किसी देश के भविष्य का अनुमान लगाना हो तो उस देश छात्रों के क्रिया-कलाप और चरित्र पर नजर दौड़ाओ।
आजादी के फौरन बाद उस समय के राजनेताओं ने युवाओं के भविष्य को लेकर उतनी चिंता नहीं की, जितने की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने। आरएसएस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना करके देश को राष्ट्रवादी दिशा देने का काम किया।
अंधाधुंध फीस वृद्धि पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथPC: amar ujala
सीएम ने कहा, आए दिन अभिभावक मुझसे शिकायत कर रहे हैं कि कॉन्वेंट स्कूलों में न सिर्फ ज्यादा फीस वसूली जा रही है, बल्कि साल दर साल इसमें जबरदस्त बढ़ोतरी भी की जा रही है। बच्चों के भविष्य की वजह से इसे चुपचाप सहन कर रहे हैं।
वामपंथियों को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ में अपने लिए खतरा दिखता है, इसलिए वे लगातार षड्यंत्र रच रहे हैं। केरल के अंदर बीफ पार्टी हो रही है और खुद को सेक्युलर कहने वाली पार्टियों के मुंह बंद हैं। उन्होंने एबीवीपी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे राष्ट्र विरोधी षड्यंत्रों के खिलाफ मुखर होकर संघर्ष करें।