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दिल्ली कंझावला के दरिंदे : दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन, मनोज मित्तल इन पांचों हैवानों ने मिलकर युवती के साथ जो किया वो बेहद डराने वाला है

नए साल के जश्न में दिल्ली के 5 दरिंदे दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल इतने डूब गए कि उन्होंने मिलकर एक मासूम के साथ जो किया उसे सुनकर इंसानियत भी शर्मसार हो गई। शैतानों ने जो किया वो केवल राक्षस प्रजाति के लोग ही ऐसा कर सकते हैं।

बता दें कि नए साल के पहले ही दिन दिल्ली में एक लड़की के साथ दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। दिल्ली के कंझावला इलाके में कार सवार लड़कों ने स्कूटी को टक्कर मारी और लड़की को करीब 12 किलोमीटर तक सड़क पर घसीटा। एक ओर जहां पुलिस की ओर से शुरुआती जांच में इसे दुर्घटना बताया गया वहीं अब इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। सुल्तानपुरी थाने के बाहर सोमवार बड़ी संख्या में लोग एकत्र होकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते रहे। लड़की को 12 किलोमीटर तक घसीटा गया और पुलिस को वह बिना कपड़ों के मिली। वहीं इस घटना पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई पर सवाल क्यों नहीं उठाया जा रहा है। निर्भया की मां आशा देवी ने दिल्ली में लड़की के साथ हुई वारदात को गैंगरेप का मामला बताया और कहा कि दिल्ली पुलिस ने पूरा केस ही खत्म कर दिया है।


एक न्यूज चैनल से बात करते हुए आशा देवी ने कहा कि नया साल मनाया जा रहा है उस मां से पूछिए कि जिसकी बेटी घर नहीं आई। पुलिस की कार्रवाई पर ध्यान क्यों नहीं जा रहा है। जो घटना हुई है वह गैंगरेप है। किसी तरह का कोई निशान नहीं मिले इसलिए जानबूझकर उसको गाड़ी के साथ घसीटा गया। पुलिस के सामने आरोपियों ने जो कहा वह पुलिस ने यकीन कर लिया। ऐसी धारा लगाई गई कि थाने से ही जमानत मिल जाए। दिल्ली पुलिस ने पूरा केस ही खराब कर दिया। पुलिस को यह जांच करनी चाहिए थी कि कहीं जानबूझकर तो उसके चक्के के नीचे नहीं घसीटा।

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में लड़की की दिलदहला देने वाली मौत का मामला गरमा गया है। लड़की के परिजनों ने इसे हादसा नहीं, बल्कि रेप के बाद हत्या करने का मामला बताया है। परिवार का आरोप है कि ये पूरा केस निर्भया कांड की तरह है। मृतक लड़की की मां और मामा ने मीडिया को बताया कि दिल्ली पुलिस आरोपियों को बचा रही है। उन्होंने बेटी के साथ हादसा होने की बात से पूरी तरह इनकार कर दिया है। परिजनों का कहना है कि बेटी के शरीर पर एक कपड़ा तक नहीं था। पुलिस को इस पूरे मामले में गहनता से जांच करने की जरूरत है।

मां ने कहा कि उनकी बेटी घर में अकेली कमाने वाली थी। पिता का 8 साल पहले निधन हो गया था। घर में दो और बहनें हैं, दो छोटे भाई भी हैं। एक बड़ी बहन की शादी हो गई है। मां ने बताया कि 31 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे बेटी घर से यह कहकर निकली थी कि उसे पार्टी (ईवेंट कंपनी) का कोई काम है। रात 9 बजे बेटी ने घर फोन किया और कहा कि रात का काम है, इसलिए अब सुबह तक ही आ पाएगी। अभी काम खत्म नहीं हुआ है।

उसके बाद मां ने रात 10 बजे फोन किया, लेकिन बंद जा रहा था, जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया। मां रात में दवा खाकर सो गई। सुबह साढ़े सात बजे दिल्ली पुलिस ने फोन करके दुर्घटना के बारे में बताया। पुलिस ने पहले मां से बेटी के बारे में पूछा तो उन्होंने काम पर जाने की जानकारी दी। पुलिस ने एक्सीडेंट होने की सूचना दी और थाने बुलाया। घर में कोई वाहन नहीं होने पर पुलिस ने गाड़ी भेजी।

मां ने बताया कि मेरी दोनों किडनी खराब हैं। घर का गुजारा करने वाली सिर्फ बेटी ही थी। घर में कोई और कमाने वाला नहीं है। मैं यहां मायके में रहती हूं। ससुराल में टूटा घर है, बेटी का रात 10 बजे के बाद से फोन स्विच ऑफ था। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए और कहा- अगर कुछ गलत नहीं हुआ होता तो बेटी ऐसी हालत में नहीं मिलती सड़क पर घिसटने से कपड़ा छिलता है, लेकिन बेटी पूरी तरह नग्न अवस्था में पाई गई है। उसके बदन पर एक कपड़ा नहीं था। बेटी के साथ रेप किया गया, उसके बाद हत्या करके सड़क पर फेंक दिया। ताकि देखने से एक्सीडेंट की तरह लगे।

वहीं, मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं। डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है। इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है। हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है। स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है।

वहीं, इस हादसे का एक चश्मदीद सामने आया है। दीपक नाम के युवक ने दावा किया है कि हादसे के बाद वो सुबह 5 बजे तक पुलिस के संपर्क में रहा, कोई मौके पर नहीं आया। दीपक ने कहा- उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया। आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं दिया और केस के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। दीपक का दावा है कि शव के उलझने तक कार इधर-उधर दौड़ती रही। शव गिरने के बाद आरोपी मौके से भाग गए। प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि वे होश में हैं। दीपक का कहना था कि वो लगभग 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा। पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी।

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में नए साल के जश्न के बीच स्कूटी सवार लड़की की दर्दनाक मौत हो गई। सड़क पर पहले कार सवार युवकों ने लड़की को टक्कर मारी, फिर करीब 4 किमी तक घसीटते हुए ले गए। घटना में लड़की की मौत हो गई। ये घटना सुल्तानपुरी में हुई और कार सवार पांचों युवक लड़की को घसीटते हुए कंझावला तक लेकर गए। लड़की के शरीर से सारे कपड़े तक अलग हो गए थे। लड़की का पूरा शरीर क्षति-विक्षत हो गया था। दोनों पैर तक कट गए थे।

पुलिस ने दावा किया कि लड़की के शव को ग्रे रंग की कार घसीट कर ले जा रही है। अगर ऐसा है तो मृतक के शरीर पर कई जख्म होने चाहिए, पर ऐसा नहीं है।

मृतका की मेडिकल रिपोर्ट में डॉक्टर ने केवल लड़की के सिर में लगी चोट का जिक्र किया है। यानि पुलिस का दावा गलत है, तो फिर सच क्या है?

मेडिकल रिपोर्ट के लिहाज से चश्मदीद की बातों में दम है। हो सकता है कि कार से लड़की को बाहर फेंकने के क्रम में सिर में चोट लगी हो, इस बात को पुलिस स्वीकार करने को तैयार क्यों नहीं है?

यहां पर अहम सवाल यह भी है कि जब प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस ने मौके पर कार्रवाई करने को कहा तो पुलिस ने ऐसा करने से इनकार क्यों किया?

दिल्ली पुलिस ने मृतका के मां को शव क्यों नहीं देखने दिया?

  • दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके के कंझावाला में पांच कार सवार लड़कों ने स्कूटी में टक्कर मारी. टक्कर मारने के बाद भी इन लोगों ने कार नहीं रोकी और लगभग 4-5 किलोमीटर तक कार दौड़ाते रहे. बताया गया है कि इतनी दूर घिसटने की वजह से स्कूटी सवार लड़की की मौत हो गई.
  • पुलिस ने बताया है कि लड़की का शरीर कार के पहियों के बीच में फंस गया था. कार में फंसे होने और दूर तक घिसटने की वजह से लड़की के शरीर के कपड़े भी पूरी तरह से फट गए. उसका शव सुबह नग्न अवस्था में पाया गया.
  • रेप की खबरों पर आउटर दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा है कि रेप की खबरें पूरी तरह से झूठी हैं. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है. ऐसी खबरें फैलाने वालों के खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे. अभी तक इस मामले के सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
  • पुलिस ने बताया है कि कार के नंबर की मदद से आरोपियों को पकड़ लिया गया है. पूछताछ में आरोपियों का कहना है कि उनकी कार की टक्कर पीड़िता की स्कूटी से हुई थी. आरोपियों के मुताबिक, उन्हें जानकारी नहीं थी कि पीड़िता कई किलोमीटर तक घिसटती गई.
  • दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस भेज दिया है. स्वाति मालीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा है, “दिल्ली की सड़कों पर एक लड़की को नशे में धुत लड़कों ने अपनी गाड़ी से कई किलोमीटर तक घसीटा. उसका शव नग्न अवस्था में सड़क पर मिला. ये बेहद भयानक मामला है. दिल्ली पुलिस को हाज़िरी समन जारी कर रहे हैं. क्या सुरक्षा व्यवस्था थी न्यू ईयर के मौक़े पे?”

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