
पूरे देश में एक ओर जहां कोरोना के टीके लगने शुरू हो गए हैं, वहीं इस टीके को लेकर एक बड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी को देश को संबोधित करते हुए कोरोना के टीके की शुरुआत की थी। यह ठीक सबसे पहले कोरोनावरियर्स व स्वास्थ्यकर्मियों को लगाया गया।
इस टीके को लगवाने के बाद कुछ प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं।
दिल्ली में Corona Vaccine लगने के बाद 52 लोगों में कुछ Side Effect की खबर आई वहीं एक की तबीयत ज्यादा बिगड़ गयी। ऐसा नहीं कि सिर्फ दिल्ली से ही इस तरह की खबर आई।
लेकिन इस टीके को लेकर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से एक बड़ी खबर आई।
मुरादाबाद में एक स्वास्थ्यकर्मी की संदिग्ध मौत हो जाने के बाद हडकंप मच गया है।
जिला अस्पताल में वार्ड बॉय के पद पर तैनात 48 वर्षीय महिपाल की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि मृतक ने 16 जनवरी को कोविड टीकाकरण अभियान के तहत कोविड वैक्सीन का टीका लगवाया था।
परिजनों ने बताया कि 108 को फोन करके जानकारी दी गई। मगर 108 आने से पहले ही तबीयत ज्यादा खराब होते देख फौरन उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने महिपाल सिंह को मृत घोषित कर दिया।
हालांकि सीएमओ मुरादाबाद ने कहा, “वैक्सीन का कोई रिएक्शन प्रतीत नहीं होता है। मौत की वजह की जांच की जा रही है। पोस्मार्टम कराएंगे। ये पहले कोरोना संक्रमित नहीं थे।”
मृतक स्वास्थ्यकर्मी के बेटे विशाल ने बताया, “मेरे पिता वार्ड बॉय के पद पर तैनात थे। आज जब ये सुबह ड्यूटी से आए थे इनकी तबीयत खराब थी मेरे पास घर से फोन आया कि पापा की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई है। मुझसे पहले घर वालों ने 108 पर कॉल किया लेकिन वो टाइम पर नहीं आए, मेरे पिता को 16 जनवरी को वैक्सीन लगी थी।” विशाल ने आगे कहा, “वो पहले कोरोना पॉजिटिव नहीं थे। पहले थोड़ा सा निमोनिया था। मगर वहां से आने के बाद इनको ज्यादा तकलीफ होने लगी थी। तकलीफ बढ़ते देख पापा को पहले गर्म पानी दिया गया फिर चाय बनवाई और बिस्तर में लिटाया कि आप थोड़ा आराम करो। रविवार शाम को फोन आया कि पापा की तबीयत ज्यादा खराब हो रही है आप फटाफट घर आ जाओ। अभी हमारे पास से सीएमओ हो कर गए हैं।
बेटे का कहना है कि मुझे मौत का कारण कोरोना वैक्सीन का टीका लग रहा है।
वही सीएमओ ने कहा, कि “आज इनको दिन में सीने में जकड़न और सांस फूलने में दिक्कत हुई थी, इनकी उम्र 46 बर्ष थी। मृत्यु की वजह की जांच जा रही है। पोस्मार्टम कराएंगे। ये पहले कोरोना संक्रमित नहीं थे। वैक्सीन का कोई रिएक्शन प्रतीत नहीं होता है। कल रात में इन्होंने नाइट ड्यूटी भी की थी, कोई दिक्कत नहीं थी।”
बता दें कि भारत सरकार पहले दो दिन में अपने टीकाकरण अभियान के लक्ष्य को केवल 64 फ़ीसदी ही हासिल कर पाई। पहले दो दिन में सरकार तक़रीबन 3 लाख 16 हज़ार लोगों को कोरोना का टीका लगाना चाहती थी, लेकिन केवल 2 लाख 24 हज़ार लोगों को ही टीका लग पाया। कई राज्यों में टीका लगवाने वाले लोग पहले दिन टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुँचे। दिल्ली की बात करें तो तय लोगों में से केवल 54 फ़ीसदी लोगों को ही टीका लगा।